एशिया में जलवायु की स्थिति 2023 रिपोर्ट

हाल ही में, विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा एशिया में जलवायु की स्थिति 2023 रिपोर्ट (State of the Climate in Asia 2023) जारी की गई।

इसने सतह के तापमान, ग्लेशियर के सिकुड़ने और समुद्री जल स्तर में वृद्धि जैसे प्रमुख जलवायु परिवर्तन संकेतकों के अधिक होने को रेखांकित किया, जिसका क्षेत्र के समाजों, अर्थव्यवस्थाओं और पारिस्थितिक तंत्रों पर बड़ा असर होगा।

चूंकि एशिया वैश्विक औसत से अधिक तेजी से गर्म हो रहा है, इसलिए यहां दुनिया भर के किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में अधिक चरम मौसम, जलवायु और जल से संबंधित आपदाएं  देखी जा रही हैं।

2023 में, जल से जुड़े मौसम संबंधी खतरों से जुड़ी 79 आपदाएं दर्ज की गयीं ईं, जिससे पूरे एशिया में नौ मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हुए और 2,000 से अधिक लोग सीधे तौर पर इससे मारे गए। इनमें से अस्सी प्रतिशत घटनाएँ बाढ़ और तूफ़ान की घटनाएँ थीं।

इसमें यह भी बताया गया है कि एशिया में भीषण गर्मी बढ़ती जा रही है। आपदाओं के कारण हुई 2,000 मौतों में से 60 प्रतिशत से अधिक बाढ़ से और 15 प्रतिशत से अधिक तूफान से जुड़ी थीं।

भारतीय उपमहाद्वीप ने 2023 में छह उष्णकटिबंधीय चक्रवातों ने दस्तक दी जो उत्तरी हिंद महासागर में उत्पन्न हुए थे। छह चक्रवातों में से चार – मोखा, हामून, मिधिली और मिचौंग – बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने और दो – बिपरजॉय और तेज – अरब सागर के ऊपर बने।

अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान मोखा 14 मई 2023 को म्यांमार के रखाइन तट पर तबाही मचाई जिसमे  156 लोगों की मौत हो गई। भारत में, मिचौंग ने 5 दिसंबर को दक्षिण आंध्र प्रदेश में भूस्खलन का कारण जिसमें  22 लोगों की जान चली गई। 

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