पद्मा बहुउद्देशीय सेतु (PMBP) की मुख्य विशेषताएं

पद्मा बहुउद्देशीय सेतु (Padma Multipurpose Bridge) बांग्लादेश की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजना है। इसका उद्घाटन 25 जून को बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने टोल टैक्स का भुगतान करके किया।

जब बांग्लादेश ने परियोजना के निर्माण के लिए स्व-वित्तपोषित करने का निर्णय लिया तो भारत ने अटूट समर्थन दिया।

यह पुल बांग्लादेश के कम से कम 20 जिलों को जोड़ेगा और भारत और नेपाल और भूटान जैसे अन्य पड़ोसी देशों के साथ वस्तुओं और अनाजों के तेजी से परिवहन में मदद करने की उम्मीद है।

पद्मा बहुउद्देशीय पुल परियोजना (Padma Multipurpose Bridge: PMBP) पद्मा नदी पर एक बहुउद्देश्यीय रेल-सड़क पुल है। गंगा नदी जब बांग्लादेश क्षेत्र में प्रवेश करती है तो यह पद्मा नदी कहलाती है।

6.15 किलोमीटर लंबा मुख्य पुल देश का सबसे बड़ा और इंडो-गंगा के मैदान में दूसरा सबसे बड़ा पुल है।

यह देश के दक्षिण-पश्चिम को उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों से जोड़ते हुए लौहाजोंग, मुंशीगंज को शरीयतपुर और मदारीपुर से जोड़ेगा।

इस ‘मेगा-ब्रिज’ के माध्यम से बांग्लादेश एशियन हाईवे नेटवर्क का भी हिस्सा होगा जो 32 देशों को रोडवेज के जरिए यूरोप से जोड़ना चाहता है।

देश में तीन रूटों- एशियन हाईवे 1 (AH1), एशियन हाईवे 2 (AH2) और एशियन हाईवे 41 (AH41) पर काम चल रहा है। पुल AH1 का एक अनिवार्य हिस्सा है।

इसके अलावा, पद्मा पुल का रेल मार्ग ट्रांस-एशियाई रेल मार्ग में भी जुड़ जाएगा, जो बांग्लादेश को दक्षिण एशियाई और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों जैसे भारत, पाकिस्तान, म्यांमार और चीन से रेल संपर्क के माध्यम से जोड़ने का प्रयास करता है।

बांग्लादेश ने पुल के निर्माण में किसी भी विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल करने से भी परहेज किया। जब आरोप उठे तो इसने स्पष्ट कर दिया कि यह पुल चीनी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का हिस्सा नहीं है।

 GS टाइम्स UPSC प्रीलिम्स (PT) करेंट अफेयर्स  डेली ऑनलाइन अभ्यास  (टेस्ट) के लिए यहाँ क्लिक करें  

यूपीपीसीएस, बीपीएससी, आरपीएससी, जेपीएससी, एमपीपीएससी पीटी परीक्षा के लिए दैनिक करंट अफेयर्स क्विज यहां क्लिक करें

MORE THAN 30 QUESTIONS FORM GS TIMES UPSC 2022 PRELIMS CURRENT AFFAIRS DAILY TEST

error: Content is protected !!