न्गोरोंगोरो कन्जर्वेशन एरिया

एक रिपोर्ट के अनुसार तंजानिया सरकार ने न्गोरोंगोरो (Ngorongoro) डिवीजन को मतदाता रजिस्टर से हटा दिया है, जिससे 100,000 से अधिक मसाई चरवाहों को आगामी स्थानीय निकाय चुनावों और अगले साल के आम चुनावों में वोट देने का अधिकार नहीं मिलेगा।

न्गोरोंगोरो डिवीजन मे हजारों मसाई चरवाहों का घर है और राष्ट्रीय चुनाव आयोग (NEC) द्वारा जारी किए गए मतदान केंद्रों की सूची से यह स्पष्ट रूप से गायब है।

यह क्षेत्र, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) का विश्व धरोहर स्थल है। सरकार का निर्णय सरकार और स्थानीय समुदायों के बीच संघर्ष का केंद्र बन गया है।

सरकार मसाई पर वन्यजीवों के पर्यावासों को नष्ट करने का आरोप लगाती है, और अपने कदम को सही ठहराया है। बता दें कि पिछले साल भी, तंजानिया के अंतिम बचे शिकारी-संग्राहक, हदज़ाबे एथिनिक समूह (Hadzabe ethnic group) ने अपनी भूमि पर अतिक्रमण के विरोध में राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया था। इस तरह तंजानिया में एथिनिक समूहों का सरकार के साथ संघर्ष जारी है।

न्गोरोंगोरो संरक्षण क्षेत्र (Ngorongoro Conservation Area) हाइलैंड मैदानों, सवाना, सवाना वुडलैंड्स और जंगलों के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है।

इसे 1959 में एक बहु भूमि-उपयोग क्षेत्र के रूप में स्थापित किया गया था। यहां वन्यजीव, अर्ध-खानाबदोश मसाई चरवाहों के साथ सह-अस्तित्व में रहते हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा अपरिवर्तित काल्डेरा, न्गोरोंगोरो क्रेटर (Ngorongoro Crater) भी इसी क्षेत्र में स्थित है।  इसे 1979 में यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया था।

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