प्लास्टिक ओवरशूट डे रिपोर्ट 2024

प्लास्टिक ओवरशूट डे रिपोर्ट 2024 (Plastic Overshoot Day report 2024) स्विस नॉन-प्रॉफिट कम्पनी अर्थ एक्शन (Earth Action) द्वारा जारी की गई है।

रिपोर्ट के अनुसार भारत विश्व में उत्पन्न 60 प्रतिशत कुप्रबंधित प्लास्टिक अपशिष्ट के लिए जिम्मेदार 12 देशों में शामिल है। 2021 के बाद से वैश्विक प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पादन में 7.11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

अनुमान है कि इस वर्ष दुनिया में 220 मिलियन टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न हुआ है, जिसमें से 70 मिलियन टन पर्यावरण को प्रदूषित करेगा।

भारत में प्रति व्यक्ति प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पादन (प्रति वर्ष 8 किलोग्राम प्रति व्यक्ति) कम होने के कारण  रिपोर्ट में भारत को “कम अपशिष्ट उत्पादक” प्रदूषक के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

बेल्जियम में रहने वाले लोग प्लास्टिक कचरे के सबसे अधिक उत्पादक हैं, जहां प्रति व्यक्ति वार्षिक अपशिष्ट उत्पादन 147.7 किलोग्राम है। यह भारत की तुलना में 16 गुना ज्यादा है।

कुप्रबंधित प्लास्टिक कचरे के मामले में ओमान देशों की सूची में सबसे ऊपर है, जहां 2024 में प्रति व्यक्ति 111 किलोग्राम कुप्रबंधित प्लास्टिक का अनुमान है।

बता दें इस बार 5 सितंबर को, दुनिया भर में उत्पादित प्लास्टिक कचरा, पृथ्वी की अपशिष्ट प्रबंधन क्षमताओं को पार कर जाएगा और इसलिए इस दिन को “प्लास्टिक ओवरशूट दिवस” (Plastic Overshoot Day) ​​कहा जाएगा।

प्रत्येक देश का अपना “प्लास्टिक ओवरशूट दिवस” होता है, जो उत्पन्न प्लास्टिक कचरे की मात्रा और इसे प्रबंधित करने की देश की क्षमता से निर्धारित होता है। भारत में 23 अप्रैल को अपने प्लास्टिक ओवरशूट दिवस पड़ रहा है। 

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