वर्ष 2030 तक रिवर डॉल्फिन की छह जीवित प्रजातियों को बचाने के लिए 11 देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए

11 एशियाई और दक्षिण अमेरिकी देशों ने 24 अक्टूबर को दुनिया की रिवर डॉल्फिन (River Dolphins) की छह जीवित प्रजातियों को 2030 तक विलुप्त होने से बचाने के लिए बोगोटा (कोलंबिया की राजधानी) में एक ऐतिहासिक समझौते (Global Declaration for River Dolphins) पर हस्ताक्षर किए।

ग्लोबल डिक्लेरेशन फॉर रिवर डॉल्फिन बाय 2030

रिवर डॉल्फिन  रेंज वाले जिन 11 देशों ने “वर्ष 2030 के लिए ग्लोबल डिक्लेरेशन फॉर रिवर डॉल्फिन” को अपनाया है: बांग्लादेश, बोलीविया, ब्राज़ील, कंबोडिया, कोलंबिया, इक्वाडोर, भारत, नेपाल, पाकिस्तान, पेरू और वेनेज़ुएला।

ग्लोबल डिक्लेरेशन फॉर रिवर डॉल्फिन का उद्देश्य सभी नदी डॉल्फिन प्रजातियों की संख्या में गिरावट को रोकना और इनकी आबादी में वृद्धि करना है।

यह मछली पकड़ने की गिलनेट प्रणाली को समाप्त करने , प्रदूषण कम करने, अनुसंधान का विस्तार करने और संरक्षित क्षेत्रों को बढ़ाने के उपायों को विकसित और वित्त पोषित करके, रिवर डॉल्फिन की शेष प्रजातियों की सुरक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देगा।

आठ स्तंभ

रिवर डॉल्फिन के लिए वैश्विक घोषणा के आठ स्तंभ हैं: संरक्षित क्षेत्रों का एक नेटवर्क बनाना; रिवर डॉल्फिन स्थलों का प्रबंधन बढ़ाना; अनुसंधान और निगरानी का विस्तार; स्थानीय समुदायों और मूलवासी लोगों को शामिल करना; मछली पकड़ने की अन-सस्टेनेबल प्रणालियों का उन्मूलन; पानी की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार; जागरूकता बढ़ाने के लिए #WorldRiverDolphinDay मनाना; और, संसाधन आवंटन और भागीदारी बढ़ाना।

रिवर डॉल्फिन के बारे में

रिवर की जीवित प्रजातियां हैं: अमेजन रिवर डॉल्फिन, गंगा रिवर डॉल्फिन, सिंधु रिवर डॉल्फिन, इरावदी रिवर डॉल्फिन, तुकुजी रिवर डॉल्फिन और यांग्त्सी फ़िनलेस पोर्पोइज़।

यांग्त्सी फ़िनलेस पोर्पोइज़ दुनिया का एकमात्र मीठे पानी का पोरपोइज़ है, लेकिन इसे ‘रिवर डॉल्फिन’  के तहत अन्य ताजे जल के सिटासियन (cetacean) के साथ शामिल किया जाता है।

सभी छह प्रजातियाँ या तो क्रिटिकली एंडेंजर्ड हैं (इरावाडी डॉल्फिन और यांग्त्सी फिनलेस पोर्पोइज़) या एंडेंजर्ड (अमेजन रिवर डॉल्फिन , गंगा रिवर डॉल्फिन, सिंधु रिवर डॉल्फिन और तुकुजी रिवर डॉल्फिन) हैं।

सातवीं प्रजाति – चीनी रिवर डॉल्फिन – को 2007 में ‘संभवतः विलुप्त’ घोषित कर दिया गया था।

रिवर डॉल्फिन दुनिया की कुछ सबसे महत्वपूर्ण नदियों में प्राप्त होती हैं, जिनमें दक्षिण अमेरिका में अमेजन और ओरिनोको और एशिया में इरावदी, गंगा, सिंधु, मेकांग, महाकम और यांग्त्सी शामिल हैं।

1980 के दशक के बाद से, मछली पकड़ने की अन-सस्टेनेबल प्रणालियों , जलविद्युत बांधों, कृषि, उद्योग और खनन से प्रदूषण और हैबिटेट स्थलों के नुकसान सहित कई खतरों के कारण रिवर डॉल्फिन की आबादी में 73% की गिरावट आई है।

लेक टेफ़े (Lake Tefé)

अमेजन के सूखे से प्रभावित लेक टेफ़े (Lake Tefé) में हाल ही में 150 से अधिक रिवर डॉल्फिन की मौत से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन इन प्रजातियों के अस्तित्व के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है।

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