भू-चुंबकीय तूफान (Geomagnetic storms)

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पार्कर सोलर प्रोब (Parker Solar Probe ) ने सौर पवन (solar wind) के माध्यम से नेविगेट करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।

वैज्ञानिकों ने आगामी सौर तूफान के संभावित प्रभाव के बारे में चेतावनी दी है, जिसे आमतौर पर “इंटरनेट सर्वनाश” (internet apocalypse) कहा जाता है, जो अगले दशक के भीतर आ सकता है।

वर्ष 2018 में लॉन्च किए गए पार्कर सोलर प्रोब अंतरिक्ष यान  सूर्य की सतह के करीब से गुजरा, जहां सौर पवन उत्पन्न होती है।  

सौर पवन हेलिओस्फीयर (heliosphere) बनाती है, जो एक विशाल मैग्नेटिक बबल है जो हमारे सौर मंडल में उच्च-ऊर्जा ब्रह्मांडीय किरणों की बौछारों से पृथ्वी की रक्षा करता है।

हालाँकि, सौर पवन  में प्लाज्मा और सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र का हिस्सा के साथ  भू-चुंबकीय तूफान (Geomagnetic storms) भी होता है, जो पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर में प्रवेश कर सकता है और गड़बड़ी पैदा कर सकता है। ये तूफान तब आते हैं जब सूर्य अधिक अशांत गतिविधि का अनुभव करता है, जिनमें सौर ज्वालाएं ( solar flares) और अंतरिक्ष में प्लाज्मा के भारी निष्कासन शामिल हैं, जिन्हें कोरोनल मास इजेक्शन (coronal mass ejections) के रूप में जाना जाता है।

भू-चुंबकीय तूफान शानदार अरोरा लाइट शो के लिए जिम्मेदार हैं जो पृथ्वी के ध्रुवों के पास देखे जा सकते हैं। ये तूफान अपने सबसे शक्तिशाली रूप में,  शहर के पावर ग्रिड को खत्म कर सकते हैं और  वैश्विक संचार को भी बाधित कर सकते हैं।

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