INTERALPIN 2023: पर्वतमाला परियोजना के तहत रोपवे का विकास किया जा रहा है
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने 19 अप्रैल 2023 को ऑस्ट्रिया के इंसब्रुक में अल्पाइन टेक्नोलॉजीस के लिए अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले ‘इंटरअल्पाइन 2023 मेला ‘ (INTERALPIN 2023 Fair) को संबोधित किया। यह मेला उद्योग की प्रमुख कंपनियों, सेवा प्रदाताओं और केबल कार उद्योग के निर्णयकर्ताओं को एक साथ एकत्रित करती है।
इस अवसर पर श्री गडकरी ने कहा कि ‘‘ पर्वतमाला परियोजना ‘‘ के तहत भारत सरकार की योजना, 5 वर्षों में 1,200 किमी से अधिक रोपवे लंबाई की 250 से अधिक परियोजनाओं का विकास करने की है।
उन्होंने कहा कि हमारा फोकस भारत सरकार के 60 प्रतिशत के योगदान सहायता के साथ हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल के तहत पीपीपी पर है। उन्होंने कहा कि हम ‘‘ मेक इन इंडिया ‘‘की पहल के तहत रोपवे के पुर्जों के विनिर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं।
पर्वतमाला परियोजना
सरकार ने देश के पहाड़ी क्षेत्रों में रोपवे विकसित करने का कार्य भी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को सौंप दिया था। फरवरी 2021 में, भारत सरकार (व्यवसाय का आवंटन) नियम 1961 में संशोधन किया गया था, जो मंत्रालय को रोपवे और वैकल्पिक परिवहन के विकास की देखभाल करने में सक्षम बनाता है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के पास रोपवे और वैकल्पिक गतिशीलता समाधान प्रौद्योगिकी के विकास के साथ-साथ निर्माण, इस क्षेत्र में अनुसंधान और नीति के विकास की भी जिम्मेदारी होगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए यह घोषणा की थी कि सरकारी-निजी भागीदारी-पीपीपी के आधार पर राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम – “पर्वतमाला” परियोजना शुरू की जाएगी।
यह परियोजना दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में पारंपरिक सड़कों के स्थान पर एक पसंदीदा पारिस्थितिकी रूप से स्थायी विकल्प होगा।
इस परियोजना का उद्देश्य दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा, यात्रियों के लिए संपर्क और सुविधा में सुधार करना है।
इस परियोजना में भीड़भाड़ वाले शहरी क्षेत्रों को भी शामिल किया जा सकता है, जहां पारंपरिक सामान्य परिवहन प्रणाली संभव नहीं है। वित्त मंत्री ने घोषणा की थी कि वर्ष 2022-23 में 60 किलोमीटर की दूरी के लिए 8 रोपवे परियोजनाओं के ठेके दिए जाएंगे।