भारत ने अंतरराष्ट्रीय परिवार नियोजन सम्मेलन में EXCELL पुरस्कार-2022 जीता
भारत ने थाईलैंड के पटाया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय परिवार नियोजन सम्मेलन में परिवार नियोजन नेतृत्व में उत्कृष्टता (EXCELL) पुरस्कार-2022 जीता है। भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जिसने थाईलैंड के पटाया शहर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय परिवार नियोजन सम्मेलन में ‘कंट्री श्रेणी’ में परिवार नियोजन नेतृत्व में उत्कृष्टता (EXCELL: Excellence in Leadership in Family Planning) पुरस्कार-2022 हासिल किया है।
अंतरराष्ट्रीय परिवार नियोजन सम्मेलन (ICFP) ने वैश्विक प्रजनन स्वास्थ्य समुदाय के लिए एक रणनीतिक बिंदु के रूप में कार्य किया है, जो विश्वस्तर पर 120 से अधिक देशों, संगठनों और व्यक्तियों को वैश्विक मंच प्रदान करता है, ताकि परिवार नियोजन और प्रजनन स्वास्थ्य पर विश्व के सबसे बड़े वैज्ञानिक सम्मेलन के रूप में महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताएं की जा सकें और उपलब्धियों का जश्न मनाया जा सके।
भारत में परिवार नियोजन
भारत ने न केवल पहुंच को बेहतर बनाने बल्कि आधुनिक गर्भनिरोधक तरीकों को अपनाने में भी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिससे दंपतियों को परिवार नियोजन के बारे में सूचित किए गए विकल्प को अपनाने में मदद मिली है।
यह बात राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS)-5 आंकड़े में परिलक्षित होती है। NFHS-5 के आंकड़ों के अनुसार NFHS-4 की तुलना में देश में समग्र गर्भनिरोधक व्यापकता दर (CPR) बढ़कर 54 प्रतिशत से 67 प्रतिशत हो गई है। इसी प्रकार, परिवार नियोजन की अपूरित जरूरतें घटकर 13 प्रतिशत से 9 प्रतिशत हो गई हैं। अंतराल में अपूरित आवश्यकता घटकर 10 प्रतिशत से भी कम हो गई है।
भारत में अभी हाल में 15-49 आयु वर्ग की वर्तमान में विवाहित महिलाओं में परिवार नियोजन के लिए कुल ‘डिमांड सैटिस्फाइड’ जो 2015-16 में 66 प्रतिशत थी, बढ़कर 2019-21 में 76 प्रतिशत हो गई। जिसने 2030 के लिए वैश्विक स्तर पर निर्धारित 75 के SDG लक्ष्य को पहले ही पार कर लिया है।
NFHS-5 के आंकड़ों के अनुसार, 68 प्रतिशत लोग आधुनिक गर्भनिरोधक तरीके अपनाने वाले ऐसे तरीके सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र से ही प्राप्त कर रहे हैं। परिवार नियोजन में अपूरित जरूरतों को कम करने के लिए सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक मिशन परिवार विकास भी इस समग्र सुधार में एक महत्वपूर्ण कारक रहा है