इंडोनेशिया फुटबॉल मैच में मची भगदड़ में सैकड़ों की मौत

इंडोनेशिया के कांजुरुहान स्टेडियम (Kanjuruhan Stadium) में एक फुटबॉल मैच के बाद घरेलू टीम अरेमा एफसी ( Arema FC) के हारने के बाद मचे भगदड़ में कम से कम 125 लोगों की मौत हो गई है।

यह स्टेडियम पूर्वी जावा के मलंग में स्थित है और यह हादसा 1 अक्टूबर को हुई जिसने से दुनिया के सबसे भयानक स्टेडियम हादसों में शामिल कर दिया है।

फुटबॉल इंडोनेशिया में लोकप्रिय है और बड़े आयोजनों से पहले जुनून बहुत अधिक होता है, जिसके परिणामस्वरूप अक्सर प्रशंसकों के बीच संघर्ष देखा जाता है।

मलंग में जिस घटना ने मामले को बदतर बना दिया, वह थी अधिक भीड़ और पुलिस द्वारा आंसू गैस के इस्तेमाल से पैदा हुई दहशत। पूर्वी जावा प्रांत की पुलिस के अनुसार अरेमा एफसी के हजारों प्रशंसकों ने कांजुरुहान स्टेडियम में पिच पर धावा बोल दिया, जब उनकी टीम पर्सेबाया सुरबाया से 3-2 से हार गई। अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले दागकर “दंगों” को नियंत्रित करने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई और घबराए प्रशंसक निकास द्वार पर पहुंचे। इस अराजकता में कुछ का दम घुट गया, जबकि अन्य लोग भीड़ में कुचल दिए गए।

गौरतलब है कि विश्व फुटबॉल शासी निकाय फीफा (FIFA) के सुरक्षा नियमों के अनुसार भीड़ नियंत्रण के लिए गैस या आग्नेयास्त्रों का उपयोग प्रतिबंधित है। ऐसे में पुलिस द्वारा इनका उपयोग सवाल पैदा करता है। यह भी हो सकता है कि स्थानीय पुलिस को इस कानून की जानकारी ही नहीं हो।

यह भगदड़ स्टेडियम आपदाओं की एक दुखद लंबी श्रृंखलाओं में से एक है।

बता दें कि 1964 में, लीमा में पेरू-अर्जेंटीना ओलंपिक क्वालीफायर में भगदड़ के दौरान कुल 320 लोग मारे गए थे और 1,000 से अधिक घायल हो गए थे।

1985 में, बेल्जियम के ब्रुसेल्स में हेसेल स्टेडियम में 39 लोगों की मौत हो गई थी और 600 घायल हो गए थे, जब लिवरपूल (इंग्लैंड) और जुवेंटस (इटली) के बीच यूरोपीय कप फाइनल के दौरान प्रशंसक एक दीवार के ढहने से कुचल दिए गए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!