रिवर्स नीलामी (Reverse auction) क्या होती है?
रिवर्स नीलामी (Reverse auction) एक प्रकार की नीलामी है जिसमें विक्रेता उन कीमतों के लिए बोली लगाते हैं जिन पर वे अपनी वस्तुओं और सेवाओं को बेचने के इच्छुक होते हैं। यह आम प्रचलित नीलामी के विपरीत है, जहां एक विक्रेता एक वस्तु रखता है और नीलामी के बंद होने तक खरीदार बोली लगाते हैं, और अधिक उच्चतम बोली लगाने वालों को कॉन्ट्रैक्ट या वस्तु मिलती है।
वहीं रिवर्स नीलामी में, कोई खरीदार किसी विशेष वस्तु या सेवा के लिए अनुरोध करता है। इन वस्तुओं या सेवाओं के अलग-अलग विक्रेता एक दूसरे के खिलाफ कीमत पर प्रतिस्पर्धा करते हैं। अंत में, वस्तु या सेवा के लिए सबसे कम कीमत की बोली लगाने वाले विक्रेता या मर्चेंट को कॉन्ट्रैक्ट मिलता है।
इस तरह एक रिवर्स नीलामी नियमित नीलामी के विपरीत है।
रिवर्स नीलामियों का उपयोग बड़े कॉर्पोरेट्स और सरकारी संस्थाओं द्वारा कच्चे माल, आपूर्ति और लेखा और ग्राहक सेवा जैसी सेवाओं के लिए प्रतिस्पर्धी खरीद पद्धति के रूप में किया जाता है।
भारत सरकार ने गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल पर सरकारी खरीद में रिवर्स ई-नीलामी टूल प्रदान किया है।