क्राइम इन इंडिया रिपोर्ट 2021: अपराधों की संख्या में 7.6 प्रतिशत की गिरावट

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की वार्षिक रिपोर्टभारत में अपराध‘ (Crime in India’)’ का एक नया संस्करण 29 अगस्त को 2021 में अपराध से संबंधित आंकड़ों के लिए जारी किया गया ।

NCRB की रिपोर्ट वर्षों से आंकड़ों का एक मूल्यवान संकलन रही है: महिलाओं के खिलाफ अपराधों से लेकर आर्थिक और वित्तीय अपराधों तक के अपराध के लिए।

कुल मिलाकर, 2021 में 2020 की तुलना में दर्ज अपराधों की संख्या में 7.6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। प्रति लाख जनसंख्या पर अपराध दर 2020 में 487.8 से घटकर 2021 में 445.9 हो गई।

हालांकि, अपराध के आंकड़े हमेशा पूरी कहानी नहीं बताते हैं, और किसी क्षेत्र में रिपोर्ट किए गए कम अपराध का मतलब यह नहीं है कि यह सुरक्षित है।

NCRB की स्थापना जनवरी 1986 में अपराध पर डेटा का संकलन और रिकॉर्ड रखने के लिए एक निकाय की स्थापना के उद्देश्य से की गई थी। यह केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।

भारत में अपराध 2021: प्रमुख निष्कर्ष

नवीनतम रिपोर्ट (2021) के अनुसार, 2021 में भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई और दिल्ली सबसे असुरक्षित महानगरीय शहर है।

राजस्थान में बलात्कार के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए और सबसे अधिक आत्महत्याओं के मामले में महाराष्ट्र सूची में सबसे ऊपर है।

वर्ष 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की दर (प्रति एक लाख जनसंख्या पर घटनाओं की संख्या) 2020 की 56.5 प्रतिशत से बढ़कर 2021 में 64.5 प्रतिशत हो गयी गई।

महिलाओं के खिलाफ अधिकांश अपराधों में, 31.8 प्रतिशत मामले ‘पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता’ के तहत दर्ज किए गए, 20.8 प्रतिशत मामले ‘महिलाओं का शील भंग करने के इरादे से हमला’, किडनैपिंग और एब्डक्शन (kidnapping and abduction) के मामले 17.6 प्रतिशत थे जबकि 7.4 प्रतिशत मामले बलात्कार के थे।

56,083 मामलों के साथ, उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराधों की सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद राजस्थान (40,738) और महाराष्ट्र (39,526) है।

NCRB के आंकड़ों के अनुसार, नागालैंड ने 2021 में 5.5 प्रतिशत दर के साथ महिलाओं के खिलाफ सबसे कम अपराध दर्ज किए।

देश में 2020 में 28,046 मामलों की तुलना में 2021 में बलात्कार के 31,677 मामले दर्ज किए गए।

भारत ने 2021 में आत्महत्या के 1,64,033 मामले दर्ज किए, जिसमें महाराष्ट्र (22,207) शीर्ष पर रहा। सूची में महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु (18,925), मध्य प्रदेश (14,965) और पश्चिम बंगाल (13,500) हैं।

उत्तर प्रदेश में यातायात दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें (24,711) हुईं। देश में लगभग 4,22,659 यातायात दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 1.73 लाख लोग मारे गए।

भारत ने 2021 में साइबर अपराधों की 52,974 घटनाओं की सूचना दी, जो एक साल पहले की तुलना में लगभग छह प्रतिशत अधिक है। तेलंगाना में साइबर अपराध के सर्वाधिक मामले दर्ज किये गए, जहाँ देश के 19 प्रतिशत साइबर अपराध दर्ज किये गए। इसके बाद उत्तर प्रदेश और कर्नाटक का स्थान है।

(Source: Indian Express)

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