पोलर कपल्ड एनालिसिस एंड प्रेडिक्शन फॉर सर्विसेज

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने “पोलर कपल्ड एनालिसिस एंड प्रेडिक्शन फॉर सर्विसेज” (PCAPS) परियोजना शुरू की है। यह परियोजना 2024 से 2028 तक चलेगी।

इस परियोजना का उद्देश्य आर्कटिक और अंटार्कटिका के बारे में मौसम, जल, बर्फ और जलवायु की जानकारी को बढ़ाना और सुधारना है।

यह परियोजना ऑब्जरवेशन सिस्टम और पृथ्वी प्रणाली मॉडल विकसित करने में मदद करेगी और बेहतर पूर्वानुमान सेवाएं प्रदान  करने में सहायता करेगी।

इसका लक्ष्य ध्रुवीय क्षेत्रों में रहने और यात्रा करने वालों की सुरक्षा और संरक्षा में सुधार करना है। ध्रुवीय क्षेत्रों में तापमान वृद्धि की दर दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में अधिक है।

जलवायु परिवर्तन सीधे देशज आबादी, स्थानीय समुदायों और ध्रुवीय क्षेत्रों में काम करने और संचालन करने वालों को प्रभावित करता है।

इसलिए, नई परियोजना चुनौतियों का सामना करने तथा कच्चे माल और प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध होने के कारण इन क्षेत्रों में बढ़ी हुई अंतर्राष्ट्रीय रुचि द्वारा प्रदान किए गए अवसरों का लाभ उठाने में मदद करने के लिए वैज्ञानिक और सामाजिक, दोनों की चिंताओं पर ध्यान केंद्रित करती है।

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