जम्मू-कश्मीर में विलेज डिफेंस गार्ड्स (VDG) की स्थापना की जाएगी
जम्मू-कश्मीर के ऊपरी डांगरी गांव में दो दिनों में आतंकवादियों द्वारा छह लोगों की हत्या के बाद, स्थानीय लोगों ने मांग की है कि उन्हें हमलावरों से निपटने के लिए हथियार उपलब्ध कराए जाएं। उनकी इन मांगों को देखते हुए, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 2 जनवरी 2023 को लोगों को आश्वासन दिया कि डोडा जिले की तरह उनके गावों में भी ग्राम रक्षा समिति (Village Defence Committee: VDC) गठित की जाएगी।
ग्राम रक्षा गार्ड (VDG: Village Defence Guards)
VDC का गठन पहली बार 1990 के दशक के मध्य में तत्कालीन डोडा जिले (अब किश्तवाड़, डोडा और रामबन जिले) में आतंकवादी हमलों से लड़ने के लिए किया गया था। तत्कालीन जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने दूरस्थ पहाड़ी गांवों के निवासियों को हथियार प्रदान करने और उन्हें अपनी रक्षा के लिए हथियारों का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया था।
VDCs का नाम बदलकर अब ग्राम रक्षा गार्ड (VDG: Village Defence Guards) कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील क्षेत्रों में VDG स्थापित करने की नई योजना को मार्च 2022 में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अनुमोदित किया गया था।
VDC सदस्यों की तरह, प्रत्येक VDG को एक बंदूक और 100 राउंड गोला-बारूद प्रदान किया जाएगा।
VDG और VDC दोनों नागरिकों का एक समूह है जो सुरक्षा बलों के पहुंचने तक हमले की स्थिति में आतंकवादियों से निपटने के लिए बंदूकें और गोला-बारूद प्रदान करता है।
नई योजना के तहत, VDG का नेतृत्व करने वाले व्यक्तियों को सरकार द्वारा प्रति माह 4,500 रुपये का भुगतान किया जाएगा, जबकि अन्य सदस्यों को 4,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे।