भारतीय रिजर्व बैंक ने UPI पर ‘सिंगल ब्लॉक और मल्टीपल डेबिट’ की सुविधा उपलब्ध कराई
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 7 दिसंबर को घोषणा की कि अब सेयूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर ‘सिंगल ब्लॉक और मल्टीपल डेबिट’ (single block and multiple debits) की सुविधा उपलब्ध होगी।
सिंगल ब्लॉक और मल्टीपल डेबिट
नई पहल ग्राहक को अपने बैंक खाते में विशिष्ट उद्देश्यों के लिए धनराशि को ब्लॉक करके किसी मर्चेंट को भविष्य में डेबिट करने यानी निकालने का आदेश देती है। मर्चेंट जब भी जरूरत पड़े, उस राशि को डेबिट कर सकता है।
बता दें कि वर्तमान में, UPI में एकल ब्लॉक के लिए केवल एकल डेबिट लेनदेन की सुविधा उपलब्ध थी। दूसरे शब्दों में, ग्राहक अपनी पसंद के भुगतान के लिए अपने खातों में केवल एक डेबिट लेनदेन को ब्लॉक कर सकते थी।
लेकिन नए सिंगल ब्लॉक और मल्टीपल डेबिट फीचर के साथ, ग्राहक विशिष्ट लेनदेन के लिए अपने खाते में कई लेनदेन के लिए राशि को ब्लॉक कर सकते हैं जो बदले में ऑटोमेटेड पेमेंट को आसान और तेज बना देगा।
सिंगल-ब्लॉक-और मल्टीपल डेबिट सुविधा से विभिन्न क्षेत्रों में कई उपयोग बढ़ने की उम्मीद है, जैसे कि ई-कॉमर्स लेनदेन, शेयर बाजार में निवेश और आरबीआई की रिटेल डायरेक्ट योजना का उपयोग करके सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद।
भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) के तहत नई सेवाएं
भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) में अब आवर्ती और गैर-आवर्ती भुगतानों (recurring and non-recurring payments) की व्यापक विविधता शामिल होगी।
वर्तमान में, BBPS केवल व्यापारियों को आवर्ती (recurring) बिल भुगतान की अनुमति देता है। यह डिजिटल भुगतान करने वाले ग्राहकों के साथ-साथ बिलर्स दोनों के लिए इसका उपयोग प्रतिबंधित करता है।
आवर्ती (recurring) भुगतान का अर्थ है कि ग्राहक ने व्यवसाय को ग्राहक के बैंक खाते या क्रेडिट/डेबिट कार्ड से सहमत राशि काटने के लिए अधिकृत किया है – केवल एक बार नहीं – बल्कि सहमत अवधि अंतराल पर (साप्ताहिक, मासिक, आदि), और एक से अधिक समय की सहमत अवधि के लिए।
अनावर्ती भुगतान (non-recurring payments) का अर्थ है एकबारगी लेन-देन। यह आमतौर पर सिर्फ एक बार भुगतान के लिए होता है, और इसमें आम तौर पर केवल एक चालान या बिल शामिल होता है। धन की राशि अक्सर आवर्ती भुगतानों की राशि से बड़ी होती है। गैर-आवर्ती भुगतान EFTPOS, BPAY और रीयल टाइम (ऑनलाइन और फ़ोन पर) द्वारा किए जा सकते हैं।