भारत में FFV-SHEV पर अपनी तरह की पहली पायलट परियोजना का शुभारंभ

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने 11 अक्टूबर 2022 को भारत में फ्लेक्सी-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FFV-SHEV) पर टोयोटा की अपनी तरह की पहली पायलट परियोजना का शुभारंभ किया।

FFV-SHE-विशेषताएं

यह कार 100% पेट्रोल के साथ-साथ 20 से 100% मिश्रित इथेनॉल और विद्युत शक्ति पर चलेगी। आत्मनिर्भर भारत के लिए कृषि विकास दर में 6 से 8 प्रतिशत की वृद्धि आवश्यक है।

श्री नितिन गडकरी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्‍त खाद्यान्न और चीनी को इथेनॉल में परिवर्तित करने के महत्व पर जोर दिया।

‘अन्नदाताओं’ को ‘ऊर्जादाता’ बनने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, मंत्री ने कहा कि इस पायलट परियोजना की सफलता इलेक्ट्रिक वाहनों का एक इको-सिस्‍टम तैयार करेगी और इन इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में न्यू इंडिया को वैश्विक नेता बनाएगी।

यह कार ब्राजील से आयात किया गया था।

FFV-SHEV 100% पेट्रोल के साथ-साथ 20 से 100% मिश्रित इथेनॉल और इलेक्ट्रिक पावर पर चलेगा।

FFV-SHEV में एक फ्लेक्स-फ्यूल इंजन और एक इलेक्ट्रिक पावरट्रेन होता है, इस प्रकार उच्च इथेनॉल उपयोग और अधिक फ्यूल एफिशिएंसी का दोहरा लाभ प्रदान करता है, क्योंकि यह अपने EV मोड पर एक महत्वपूर्ण समय अवधि के लिए चल सकता है, जिसमें इंजन बंद हो जाता है।

फ्लेक्स-ईंधन अनुकूल कारें एक से अधिक प्रकार के ईंधन और मिश्रित ईंधन पर भी चल सकती हैं।

आमतौर पर, पेट्रोल और इथेनॉल या मेथनॉल के मिश्रण का उपयोग किया जाता है।

FFV इथेनॉल द्वारा पेट्रोल के अधिक से अधिक प्रतिस्थापन का अवसर प्रदान करते हैं क्योंकि यह इथेनॉल मिश्रण के किसी भी उच्च मिश्रण को 20 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक उपयोग करने में सक्षम है।

इथेनॉल एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है जो जीवाश्म ईंधन की खपत, ऊर्जा आयात बिल और कार्बन उत्सर्जन को काफी कम कर सकता है।

कृषि आधारित होने के कारण, ईंधन के रूप में इथेनॉल के अधिक उपयोग से किसानों की आय में भी वृद्धि होगी और नई नौकरियों के लिए दरवाजे खुलेंगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को विकसित करने में मदद मिलेगी।

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