मेलाटोनिन (Melatonin)
हाल में वैज्ञानिकों ने साबित किया है कि अंधेरे (darkness) के प्रति मस्तिष्क द्वारा उत्पादित हार्मोन मेलाटोनिन (Melatonin) के नैनो-फॉर्मूलेशन ने बेहतर एंटीऑक्सीडेंट और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुणों को दिखाया है। यह खोज पार्किंसंस रोग के लिए एक संभावित चिकित्सीय इलाज साबित हो सकती है।
पार्किंसंस रोग मस्तिष्क में डोपामाइन-स्रावित न्यूरॉन्स की मृत्यु के कारण होने वाले सबसे आम न्यूरोलॉजिकल बीमारियों में से एक है, जो इसके अंदर सिन्यूक्लिन प्रोटीन के एकत्रीकरण के कारण होता है।
उपलब्ध दवाएं केवल लक्षणों को कम कर सकती हैं, लेकिन बीमारी को ठीक नहीं कर सकती हैं और यह बीमारी के लिए बेहतर चिकित्सीय इलाज विकसित करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
इंस्टीट्यूट ऑफ नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी (INST) मोहाली के शोधकर्ताओं के एक समूह ने मस्तिष्क तक दवा पहुंचाने के लिए मानव सीरम एल्ब्यूमिन नैनो-फॉर्मूलेशन का इस्तेमाल किया और मेलाटोनिन-मध्यस्थ ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस रेगुलेशन के पीछे के मॉलिक्यूल तंत्र का अध्ययन किया।
मस्तिष्क तक मेलाटोनिन पहुंचाने के लिए बायोकम्पैटिबल प्रोटीन (HSA) नैनोकैरियर का उपयोग करते हुए, शोधकर्ताओं ने साबित किया है कि नैनो-मेलाटोनिन के परिणामस्वरूप मेलाटोनिन का निरंतर स्राव होता है और जैव उपलब्धता (bioavailability) में सुधार होता है। जैव उपलब्धता वास्तव में शरीर द्वारा दवा को अवशोषित करने की दर और स्तर है।