भारत को म्यांमार स्थित सितवे पोर्ट को संचालित करने का अधिकार मिला

भारत को म्यांमार स्थित सितवे (Sittwe) बंदरगाह को संचालित करने का अधिकार मिल गया है। ईरान में चाबहार के बाद सितवे विदेशी बंदरगाह है जिसके संचालन का अधिकार भारत को मिला है।

मुख्य बिंदु

भारत के विदेश मंत्रालय ने कलादान नदी पर स्थित संपूर्ण सितवे बंदरगाह के संचालन को संभालने के लिए इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल (IPGL) के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

विदेश मंत्रालय की मंजूरी का मतलब है कि बंदरगाह अब भारत द्वारा संचालित यूनिट बन गया है। IPGL पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के 100 प्रतिशत स्वामित्व वाली कंपनी है।

सितवे बंदरगाह का विकास कलादान मल्टीमॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (KMTTP) का हिस्सा है।

सितवे बंदरगाह को भारत में मिजोरम राज्य के साथ म्यांमार में सितवे बंदरगाह को जोड़ने वाली कलादान नदी मल्टीमॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट सुविधा के निर्माण और संचालन के लिए भारत और म्यांमार के बीच एक फ्रेमवर्क समझौते के तहत विकसित किया गया है।

सितवे को मई 2023 में भारत से कार्गो मिलना शुरू हुआ  था।

कार्गो की पहली खेप कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह से म्यांमार के संवेदनशील रखाइन प्रान्त के बंदरगाह के लिए रवाना हुई थी।

यह बंदरगाह बांग्लादेश गए बिना जहाजों को विशाखापत्तनम और कोलकाता से पूर्वोत्तर राज्यों तक कार्गो तक पहुंचने के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी लाभ प्रदान करता है।

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