ICCM5-बॉन सम्मेलन ने “ग्लोबल फ्रेमवर्क ऑन केमिकल्स” को अपनाया
रसायन प्रबंधन पर 5वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ICCM5: International Conference on Chemicals Management), जो 30 सितंबर को बॉन (जर्मनी) में संपन्न हुआ, ने एक व्यापक वैश्विक फ्रेमवर्क को अपनाया है जो रसायनों के संपूर्ण लाइफ-साइकिल में प्रमुख सेक्टर्स के लिए ठोस लक्ष्य और दिशा-निर्देश निर्धारित करता है।
ICCM5 के प्रतिभागियों ने रसायनों और कचरे से होने वाले नुकसान से मुक्त पृथ्वी के लिए “रसायनों पर वैश्विक फ्रेमवर्क” (Global Framework on Chemicals) स्थापित करने का निर्णय लिया है।
यह फ्रेमवर्क लगभग 28 लक्ष्यों पर आधारित है। इसमें देशों और स्टेकहोल्डर्स से रसायनों के जीवनचक्र यानी उसके उत्पादन से लेकर कचरे बनने तक से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में आपसी सहयोग हेतु एक रोडमैप का फ्रेमवर्क तैयार किया गया है।
“ग्लोबल फ्रेमवर्क ऑन केमिकल्स” की मुख्य विशेषताएं
इसमें रसायनों और कचरे के अवैध व्यापार और तस्करी की रोकथाम और राष्ट्रीय कानूनी फ्रेमवर्क के कार्यान्वयन की बात कही गयी है।
सरकारों ने 2030 तक रासायनिक प्रदूषण को कम करने और सुरक्षित विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए नीतियों को लागू हेतु रेगुलेटरी एनवायरनमेंट बनाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की हैं।
उद्योग जगत ने रसायनों को कुछ इस तरह से प्रबंधित करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है जिससे 2030 तक रासायनिक प्रदूषण और इसके प्रतिकूल प्रभावों को कम किया जा सके।
फ्रेमवर्क में 2035 तक कृषि में उस अत्यधिक खतरनाक कीटनाशकों को कई फेज में उपयोग बंद कर देने की बात कही गयी है, जिनके लिए जोखिमों का प्रबंधन नहीं किया गया है और इनके सुरक्षित विकल्प उपलब्ध हैं।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा एक समर्पित ट्रस्ट फंड की स्थापना और प्रबंधन किया जाएगा। ICCM5 के अध्यक्ष जर्मनी ने इस फंड में 20 मिलियन यूरो देने का वादा किया है।
बॉन घोषणा
ग्लोबल फ्रेमवर्क ऑन केमिकल्स के अलावा, ICCM5 प्रतिभागियों ने बॉन घोषणा (Bonn Declaration) को अपनाया, जिसमें उन्होंने हानिकारक रसायनों के संपर्क में आने से रोकने, और जहां उपयुक्त हो, सबसे हानिकारक रसायनों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने और ऐसे रसायनों के सुरक्षित प्रबंधन को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।