अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया अयमान अल-जवाहिरी

अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) 31 जुलाई को अफगानिस्तान में CIA ड्रोन हमले में मारा गया। इस हमले के लिए अमेरिका ने दो Hellfire मिसाइल का इस्तेमाल किया था। वर्ष 2011 में अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद जवाहिरी की हत्या इस आतंकवादी समूह के लिए सबसे बड़ा झटका माना जाता है । उसके सिर पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम रखा गया था।

अल जवाहिरी को अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड कहा जाता है। उसे दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया गया था और लंबे समय से अमेरिका उसकी तलाश कर रहा था।

पहले भी अमेरिका की ओर से जवाहिरी को मार गिराने के दावे किए गए थे, लेकिन खुद जवाहिरी ही कई बार टेप जारी कर उन्हें खारिज कर चुका था।

अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार सीआईए ने 31 जुलाई को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक ड्रोन हमला किया था।

अगस्त 2021 में अमेरिकी सैनिकों और राजनयिकों के देश छोड़ने के बाद से अफगानिस्तान के अंदर ड्रोन हमला पहला ज्ञात अमेरिकी हमला है।

अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी के एक साल बाद अमेरिकी अभियान में जवाहिरी की हत्या की गयी है।

अमेरिका के साथ 2020 के शांति समझौते के तहत, तालिबान अल-कायदा या किसी अन्य आतंकवादी समूह को अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में किसी प्रकार की गतिविधि चलने की अनुमति नहीं देने पर सहमत हुआ था।

अल जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 को मिस्र के एक समृद्ध परिवार में हुआ था। वह पेशे से सर्जन था।  वह14 साल की उम्र में ही मिस्र में मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया था। जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद यानी EIJ का गठन किया था जिसका बाद में अल कायदा में विलय कर दिया।

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