RBI ने जालसाजी-रोधी समाधानों का परीक्षण के लिए रेगुलेटरी सैंडबॉक्स का चयन किया
भारतीय रिजर्व बैंक ने ‘वित्तीय जालसाजी की रोकथाम और शमन’ (Prevention and Mitigation of Financial Frauds) थीम के लिए रेगुलेटरी सैंडबॉक्स के तहत ‘टेस्ट फेज’ के लिए भवन साइबरटेक, क्रेडीवॉच इनफार्मेशन एनालिटिक्स और HSBC सहित छह संस्थाओं का चयन किया है।
प्रमुख तथ्य
- चयनित संस्थाएँ फरवरी 2023 से अपने उत्पादों का परीक्षण शुरू करेंगी। भवन साइबरटेक का ‘rt360 रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम’ निरंतर और रियल टाइम के आधार पर ऋण खातों से लेनदेन और घटनाओं की निगरानी के लिए एक व्यापक निगरानी तंत्र प्रदान करता है।
- क्रेडीवॉच इनफार्मेशन एनालिटिक्स समाधान ‘क्रेडीवॉच EWS’ क्रेडिट निगरानी और धोखाधड़ी की पहचान के लिए एक प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली है।
- एनस्टेज सॉफ्टवेयर (विब्मो) का उत्पाद ‘Trident FRM’ रिस्क-आधारित प्रमाणीकरण समाधान है जिसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं के जोखिम मूल्यांकन के आधार पर कम मूल्य के लेनदेन के लिए घर्षण रहित (ओटीपी के बिना) लेनदेन अनुभव प्रदान करना है।
- HSBC का उत्पाद (Wibmo के सहयोग से) एक क्लोज्ड यूजर्स समूह AI/ML आधारित समाधान है जो कार्ड-नॉट-प्रेजेंट धोखाधड़ी का पता लगाने में मदद करता है।
- napID Cybersec का उत्पाद ‘napID फ्रॉड फ़िल्टर लेयर’ लॉगिन फॉर्म, भुगतान फॉर्म, ATM, POS मशीनों को लॉक कर देता है और इसे केवल अधिकृत यूजर्स के लिए सक्षम बनाता है ताकि वे अपने क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके लेनदेन शुरू कर सकें।
विनियामक सैंडबॉक्स (regulatory sandbox) के बारे में
- ‘विनियामक सैंडबॉक्स’ रेगुलेटर्स, इनोवेटर्स, वित्तीय सेवा प्रदाताओं और ग्राहकों को नए फाइनेंसियल इनोवेशंस के लाभों और खतरों पर साक्ष्य एकत्र करने के लिए फील्ड परीक्षण करने की अनुमति देता है, जबकि सावधानीपूर्वक निगरानी और उनके जोखिमों को नियंत्रित करता है।