उत्तरी कोसोवो में फिर से जातीय तनाव क्यों भड़क गया है?
यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका ने कोसोवो (Kosovo) और सर्बिया (Serbia) को सीमा पर बढ़ते तनाव कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।
उत्तरी कोसोवो नवंबर 2022 से तनाव का सामना कर रहा है जब कोसोवो पुलिस में सैकड़ों एथिनिक सर्ब (ethnic Serb) कर्मचारियों, न्यायाधीशों और अभियोजकों ने नौकरी छोड़ दी।
क्या है मामला?
बेलग्रेड (सर्बिया) के कथित दमनकारी शासन के खिलाफ गुरिल्ला विद्रोह के लगभग एक दशक बाद 2008 में कोसोवो ने सर्बिया से आजादी हासिल की।
हालाँकि, सर्बिया अभी भी कोसोवो को अपने क्षेत्र का एक अभिन्न अंग मानता है और उन आरोपों को खारिज करता रहा है कि वह अपने पड़ोसी की सीमाओं के भीतर तनाव और संघर्ष को बढ़ा रहा है।
बता दें कि अल्बानियाई-बहुसंख्यक कोसोवो ने 1998-99 के युद्ध के बाद, जिसमें नाटो ने एथिनिक अल्बानियाई लोगों की रक्षा के लिए हस्तक्षेप किया था, पश्चिमी देशों के समर्थन से स्वतंत्रता की घोषणा कर दी थी।
हालांकि उत्तरी कोसोवो में रहने वाले लगभग 50,000 एथिनिक सर्ब, कोसोवो सरकार या कोसोवो को एक अलग देश के रूप में मान्यता देने से इनकार करते हैं। उन्हें सर्बिया और कोसोवो सरकार में पदासीन सर्ब आबादी का समर्थन प्राप्त है।
कोसोवो के 1.8 मिलियन लोगों में एथिनिक सर्ब की आबादी 5 प्रतिशत है और ये लोग कोसोवो सरकार की संस्थानों को मान्यता नहीं देते हैं।
सर्ब लोगों ने कोसोवो के बिजली ऑपरेटर को उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली बिजली के लिए भुगतान करने से इंकार कर दिया है और अक्सर गिरफ्तार करने की कोशिश करने वाली पुलिस पर हमला कर देते है। सर्बिया ने प्रिस्टिना (कोसोवो की राजधानी) पर अल्पसंख्यक सर्बों के अधिकारों को रौंदने का भी आरोप लगाया है।
वर्तमान तनाव की वजह
दोनों पक्षों की बीच वर्तमान तनाव की वजह नंबर प्लेट है। कोसोवो ने आदेश दिया था कि एथिनिक सर्बों को सर्बिया द्वारा जारी किए गए व्हीकल लाइसेंस प्लेटों को समर्पण कर देना चाहिए और इसके बदले “रिपब्लिक ऑफ कोसोवो” वाला नंबर प्लेट इस्तेमाल करना चाहिए।
यह दोनों पक्षों के लिए आत्मसम्मान की बात है। कोसोवो के लिए यह अपनी संप्रभुता जताने का मामला था। वहीं कोसोवो में रहने वाले एथिनिक सर्बों के लिए, नंबर प्लेटें उनकी सर्बियाई पहचान का प्रतिनिधित्व करती हैं।
जब लोगों ने नंबर प्लेट बदलने से इंकार कर दिया तब उन पर जुर्माना लगाने की योजना बनाई गयी। इसके खिलाफ सभी राष्ट्रीय संस्थानों से एथिनिक सर्बों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। यहां तक की कोसोवा पुलिस में शामिल सर्बियाई कर्मी भी शामिल हैं। इससे विवाद और बढ़ गया।