जम्मू में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) हब स्थापित करने की घोषणा
इस वर्ष जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी हमलों में वृद्धि के बीच, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (National Security Guards: NSG) ने रियल टाइम में आपात स्थितियों पर कार्रवाई करने के लिए जम्मू में अपना हब स्थापित किया है।
आतंकवादी हमलों का त्वरित जवाब देने के लिए लगभग 20 एनएसजी कमांडो कथित तौर पर शीतकालीन राजधानी में तैनात किए गए हैं। इस वर्ष, जम्मू क्षेत्र में अलग-अलग हमलों में 16 सुरक्षाकर्मी, 10 नागरिक और तीन वीडीजी मारे गए हैं। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में 13 आतंकवादियों को भी मार गिराया है।
इसलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने रियल टाइम में किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए जम्मू में NSG हब स्थापित करने का निर्णय लिया।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड
NSG पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों से लिए गए कमांडो का मिश्रण है। उनका प्राथमिक कार्य आतंकवाद से निपटनाकरना है, जिसमें अपहरण-विरोधी, तोड़फोड़-विरोधी, तथा बंधक बचाव अभियान शामिल हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) औपचारिक रूप से 22 सितंबर, 1986 को अस्तित्व में आया। NSG संघीय आकस्मिक विश्व स्तरीय जीरो एरर फाॅर्स है जो आतंकवाद-रोधी गतिविधियों से निपटने के लिए है।
NSG एक ऐसा बल है जो विशिष्ट परिस्थितियों से निपटने के लिए विशेष रूप से सुसज्जित और प्रशिक्षित है और इसलिए इसका उपयोग केवल असाधारण परिस्थितियों में आतंकवाद के गंभीर कृत्यों को विफल करने के लिए किया जाता है।
NSG को यूके के SAS और जर्मनी के GSG-9 की तर्ज पर स्थापित किया गया है। यह भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है।