Sharda Peeth: पाक अधिकृत कश्मीर में शारदा पीठ तक श्रद्धालुओं के लिए गलियारा खोलने की तैयारी
भारत सरकार प्राचीन शारदा पीठ (Sharda Peeth) मंदिर के लिए पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में एक कॉरिडोर खोलने की योजना बना रही है। केंद्र सरकार की योजना पंजाब में करतारपुर कॉरिडोर की तर्ज पर शारदा पीठ मंदिर कॉरिडोर बनाने की है।
शारदा पीठ कॉरिडोर, यदि बन जाती है, तो पाक नियंत्रित क्षेत्र में करतारपुर कॉरिडोर के बाद दूसरा धार्मिक मार्ग होगा जो दोनों देशों को जोड़ेगा। वर्ष 2019 में शुरू करतारपुर कॉरिडोर, दो महत्वपूर्ण सिख तीर्थस्थलों – पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक और पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ती है और तीर्थयात्रियों को वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करती है।
शारदा पीठ, हिंदू समुदाय के लिए पवित्र स्थल है और यह नियंत्रण रेखा (LoC) के साथ, जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के तीतवाल गांव में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नीलम घाटी में स्थित है। हालांकि इसके लिए नियंत्रण रेखा (LoC) को फिर से खोलने की आवश्यकता होगी, जिसे अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया था।
शारदा पीठ मंदिर नियंत्रण रेखा के करीब किशनगंगा नदी के तट पर बनाया गया है। श्रृंगेरी मठ द्वारा 24 जनवरी को शारदा मां की मूर्ति दान की गई थी और यहां स्थापित की गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री के अनुसार कुपवाड़ा में मां शारदा के मंदिर का पुनर्निर्माण शारदा-सभ्यता की खोज और शारदा-लिपि के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक आवश्यक एवं महत्वपूर्ण कदम है। कभी शारदा पीठ को भारतीय उपमहाद्वीप में ज्ञान का केंद्र माना जाता था, देश भर से विद्वान यहां शास्त्रों और आध्यात्मिक ज्ञान की खोज में आते थे। उन्होंने कहा कि शारदा लिपि कश्मीर की मूल लिपि है, जिसका नाम माँ शारदा के नाम पर रखा गया है।