वैनिटी मेट्रिक (Vanity metric)
वैनिटी मेट्रिक (Vanity metric) को कंपनी के ऐसे आँकड़ों के रूप में संदर्भित किया जाता है जो ऊपर से तो सही दिखते हैं, लेकिन अंदर की हकीकत उतनी अच्छी नहीं होती हैं। अर्थात कंपनी की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं होती जितनी अच्छी दिखाई जाती है।
उद्यमी और निवेशक कीथ राबोइस ने हाल ही में दावा किया है कि टेक दिग्गज कंपनियां मेटा और गूगल ने हजारों टेक स्टाफ सदस्यों को ‘फर्जी काम’ करने और कंपनी के ‘वैनिटी मेट्रिक’ को पूरा करने के लिए काम पर रखा था।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब ये कंपनियां हजारों कर्मचारियों को काम से निकाल रही हैं।
कीथ राबोइस का दावा है इन कर्मचारियों को फर्जी काम (‘fake work’) के लिए रखा गया था और उनके पास कोई काम नहीं था, और अब जब कंपनियों के राजस्व पर असर पड़ना शुरू हुआ है तब इन्हें हटाया जा रहा है।