एग्मोंट ग्रुप (Egmont Group) और फाइनेंसियल इंटेलिजेंस कॉउन्सिल- भारत (FIU-IND)

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण पर नई दिल्‍ली में तीसरे ‘नो मनी फॉर टेरर’ (No Money for Terror: NMFT) मंत्रिस्‍तरीय सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अवैध धन प्रवाह की रोकथाम (मनी लॉन्ड्रिंग), उसका पता लगाने और अभियोजन में सहयोग करने में एग्मोंट ग्रुप (Egmont Group) की महत्वपूर्ण भूमिका है।

एग्मोंट ग्रुप (Egmont Group)

एक वैश्विक संगठन के रूप में, एग्मोंट ग्रुप (Egmont Group) सदस्य देशों की वित्तीय खुफिया इकाइयों (Financial intelligence units: FIUs) के बीच सूचना, ज्ञान और सहयोग के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है।

एग्मोंट ग्रुप मानता है कि वित्तीय खुफिया जानकारी साझा करना सबसे महत्वपूर्ण है और मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और संबंधित अपराधों का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों की आधारशिला है।

एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय समूह में मनी लॉन्ड्रिंग (APG) पर एशिया और प्रशांत समूह के सदस्यों में भारत सहित 28 के FIU शामिल हैं ।

एग्मोंट समूह का सचिवालय जुलाई 2007 में स्थापित किया गया था और यह कनाडा में स्थित है।

वित्तीय खुफिया इकाई – भारत (FIU-IND)

वित्तीय खुफिया इकाई – भारत (FIU-IND) की स्थापना भारत सरकार द्वारा संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने, प्रोसेसिंग, विश्लेषण और प्रसार के लिए जिम्मेदार केंद्रीय राष्ट्रीय एजेंसी के रूप में दिनांक 18 नवंबर 2004 को की गयी थी।

FIU-IND मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ वैश्विक प्रयासों में सहयोग देने के लिए अलावा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खुफिया, जांच और प्रवर्तन एजेंसियों के प्रयासों के समन्वय और मजबूती के लिए भी जिम्मेदार है।

FIU-IND वित्त मंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक खुफिया परिषद (Economic Intelligence Council: EIC) को सीधे रिपोर्ट करने वाला एक स्वतंत्र निकाय है।

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