इन्वर्टेड यील्ड कर्व क्या है?

3 मार्च 2023 की साप्ताहिक नीलामी में सरकारी प्रतिभूतियों यानी G-sec यील्ड कर्व प्रतिकूल हो गया अर्थात इन्वर्टेड यील्ड कर्व (yield curve became inverted) की स्थिति पैदा हो गयी। अमेरिका में इसी तरह की स्थिति देखी गयी। ब्याज दरों में वृद्धि का असर था यह।

पिछली नीलामी में, 2036 के पेपर की कट-ऑफ यील्ड 7.4527 प्रतिशत थी, जबकि 2062 के पेपर की कट-ऑफ यील्ड 7.3822 प्रतिशत थी। इसका मतलब है यील्ड कर्व इनवर्टेड हो गया।

बता दें कि यील्ड कर्व एक ऐसा चार्ट है जो विभिन्न मैच्युरिटी अवधि के बॉन्ड की यील्ड दिखाता है। किसी बॉन्ड में निवेश से प्राप्त ब्याज या रिटर्न को यील्ड कहते हैं।

यील्ड कर्व का सामान्य आकार ऊपर की ओर बढ़ता दिखता है, यानी शॉर्ट टर्म यील्ड (शॉर्ट टर्म बॉन्ड की यील्ड) लॉन्ग टर्म यील्ड से कम होता है। हालांकि, कई बार यील्ड कर्व का आकार उल्टा हो जाता है, यानी शॉर्ट टर्म यील्ड लॉन्ग टर्म यील्ड से अधिक हो जाती है। इसे यील्ड कर्व इनवर्जन ( yield curve inversion) के रूप में जाना जाता है। इसलिए, जब लंबी अवधि के बॉण्ड्स पर ब्याज दरें अल्पावधि बॉण्ड्स की तुलना में कम हो जाती हैं, तो इसका परिणाम इन्वर्टेड यील्ड कर्व होता है।

यील्ड कर्व इनवर्जन असामान्य परिघटना है लेकिन यह समय-समय पर घटित होती रहती है। यील्ड कर्व इनवर्जन को अक्सर मंदी के संकेत के रूप में देखा जाता है।

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