क्या है पर्यावरण के पंचामृत लक्ष्य?

COP 26 में, भारत ने ‘लाइफ’ (LIFE) आंदोलन शुरू करने की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिसका अर्थ है ‘पर्यावरण के लिए जीवन शैली’ (Lifestyle For Environment)। यह प्राकृतिक संसाधनों के नासमझ और विनाशकारी खपत के बजाय सावधानीपूर्वक और सोद्देश्य उपयोग के लिए आग्रह करता है।

नवंबर 2021 में ग्लासगो में भारत के प्रधान मंत्री ने जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने की भारत की क्लाइमेट एक्शन को पांच अमृत तत्व (पंचामृत/Panchamrit) के रूप में प्रस्तुत किया।

पंचामृत में निम्नलिखित तत्व हैं:

1) वर्ष 2030 तक 500GW गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करना,
2) वर्ष 2030 तक अक्षय ऊर्जा से अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत प्राप्त करना,
3) कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन में अब से वर्ष 2030 तक एक अरब टन की कमी,
4) वर्ष 2005 के स्तर की तुलना में वर्ष 2030 तक अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेंसिटी में 45 प्रतिशत की कमी करना, और
5) वर्ष 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करना।

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