क्रिल (Krill) क्या है?
क्रिल (Krill) एक आम शब्द है जिसका उपयोग खुले महासागरों में पाए जाने वाले क्रस्टेशियंस (crustaceans) की लगभग 86 प्रजातियों का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
ये क्रस्टेशियंस के एक समूह से संबंधित हैं जिन्हें यूफॉसिड्स (euphausiids) कहा जाता है।
अंटार्कटिक क्रिल (Euphausia superba), क्रिल की 5 प्रजातियों में से एक है जो अंटार्कटिक कन्वर्जेन्स के दक्षिण में दक्षिण महासागर (Southern Ocean) में प्राप्त होती हैं।
मछली के आहार के रूप में क्रिल अत्यधिक बेशकीमती हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड प्राप्त होता है जिसकी फार्मा- और न्यूट्रास्यूटिकल उत्पादों में भारी मांग है।
एक अनुमान के अनुसार जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक फिशिंग और प्रदूषण की वजह से वयस्क क्रिल की संख्या, जो कभी अंटार्कटिका के चारों ओर विस्तृत दक्षिणी महासागर में प्रचुर मात्रा में प्राप्त होता था, 1970 के दशक के बाद से काफी कम हो गयी है।
बता दें कि अंटार्कटिक क्रिल का अस्तित्व समुद्री बर्फ पर टिका हुआ है, और ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बर्फ पिघल रहे हैं जिससे इनकी संख्या दिनोदिन कम होती जा रही है।
वर्ष 1982 में स्थापित अंटार्कटिका मरीन लिविंग रिसोर्सेज संरक्षण आयोग (CCAMLR) क्रिल की फिशिंग को रेगुलेट कर रहा है परंतु इसमें अधिक सफलता नहीं मिल पा रही है।