थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS)
ब्रिटिश फार्मास्युटिकल कंपनी कोर्ट में एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उसके कोविड-19 वैक्सीन के परिणामस्वरूप थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (Thrombosis with Thrombocytopenia Syndrome: TTS) नामक एक दुर्लभ साइड इफेक्ट्स हो सकता है।
यह स्वीकारोक्ति कंपनी के खिलाफ दायर एक मुकदमे के बाद हुई है, जिसमें टीके से जुड़े गंभीर क्षति और मौतों का आरोप लगाया गया है।
थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) एक दुर्लभ स्थिति है जिसमें शरीर में असामान्य स्थानों पर रक्त के थक्के (blood clots) बन जाते हैं और रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है।
प्लेटलेट्स छोटी कोशिकाएं होती हैं जो रक्त को जमने में मदद करती हैं, इसलिए इनका बहुत कम होना खतरनाक हो सकता है।
TTS इसलिए होता है क्योंकि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबॉडी बनाकर टीके के प्रति प्रतिक्रिया करती है जो रक्त के थक्के जमने में शामिल प्रोटीन पर हमला करती है। वैसे चिकित्सकों का कहना है कि कोविड टीके से जितना लाभ हुआ है उसके सामने यह साइड इफेक्ट्स नगण्य है।