मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स
मुद्रा बाजार यानी मनी मार्केट एक महत्वपूर्ण वित्तीय बाजार सेगमेंट है जहां कम समय के लिए उधार लिया और दिया जाता है।
मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स ऐसे इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं, जिनकी मैच्योरिटी अवधि एक वर्ष से कम होती है।
मनी मार्केट कई प्रकार की प्रतिभूतियों (securities) से बना है, जिनमें शॉर्ट टर्म ट्रेजरी बिल (जैसे टी-बिल), सर्टिफिकेट्स ऑफ़ डिपॉजिट, कमर्शियल पेपर्स, रिपर्चेजिंग एग्रीमेंट्स (रेपो), और मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड शामिल हैं जो इन इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं।
ट्रेजरी बिल भारत सरकार द्वारा तब जारी किए जाते हैं जब उसे अपनी अल्पकालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता होती है।
वाणिज्यिक पत्र या कमर्शियल पेपर (Commercial papers) असुरक्षित मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स हैं जो अच्छी तरह से स्थापित कंपनियों द्वारा वचन पत्र (promissory notes) के रूप में जारी किए जाते हैं।
पुनर्खरीद समझौते या रिपर्चेजिंग एग्रीमेंट्, जिन्हें बायबैक के रूप में भी जाना जाता है, दो पक्षों के बीच औपचारिक समझौते हैं जहां जारीकर्ता भविष्य में सिक्योरिटीजको पुनर्खरीद करने की गारंटी देता है।
जमा प्रमाणपत्र या सर्टिफिकेट्स ऑफ़ डिपॉजिट सीधे वाणिज्यिक बैंक द्वारा रियायती दर पर जारी किए जाते हैं, और उनका टेन्योर आमतौर पर सात दिनों से एक वर्ष तक होता है।