पैरा क्रॉपिंग सिस्टम
जलवायु परिवर्तन के कारण, हाल के वर्षों में ओडिशा में पैरा/उतेरा क्रॉपिंग सिस्टम (Paira cropping system) यानी पैरा खेती कम की जा रही है।
यह संरक्षण कृषि ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में की जाती है।
पैरा फसल प्रणाली के तहत, धान की कटाई से कुछ दिन पहले खड़ी फसल में ही दलहनी फसलें बोई जाती हैं।
इसमें खेतों में उपलब्ध नमी का उपयोग करते हुए और जुताई-निराई के बिना तथा रासायनिक उर्वरक के बिना कम लागत में खेती की जाती है।
मसूर, चना, मटर, लैथिरस, बरसीम, अलसी जैसी फसलों के बीज धान की पकने वाली फसल में बोए जाते हैं। इस विधि से समय और धन, दोनों की बचत होती है।