पारो घोषणा (Paro Declaration)

हाल ही में 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने NIMHANS में नई सुविधाओं का उद्घाटन किया और टेली-मानस (Tele-MANAS) का लोगो लॉन्च किया।

सभा को संबोधित करते हुए, डॉ. मंडाविया ने कहा कि “मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानवाधिकार है।”

पारो घोषणा (Paro Declaration)

गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों ने मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और सेवाओं तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध होकर पारो घोषणा (Paro Declaration) को अपनाया है।

घोषणा में सदस्य देशों से मानसिक स्वास्थ्य के खतरों को दूर करने और कोविड  ​​के कारण इस प्रयास में आयी शिथिलता को दूर करने के लिए बहुक्षेत्रीय नीतियों को विकसित करने और लागू करने का आग्रह किया गया है।  

यह सुनिश्चित करने करने का प्रयास करती है मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित सभी जरूरतमंदों सेवाएं उनकी जगह तक बिना किसी वित्तीय कठिनाई के पहुंचे

घोषणा  में, सदस्य देश सार्वभौमिक प्राथमिक देखभाल-उन्मुख मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं  के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश-विशिष्ट लक्ष्य विकसित करने पर सहमत हुए।

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