सुपर ब्लू मून (Super Blue Moon)

30-31 अगस्त को रक्षाबंधन पूर्णिमा के दिन एक असामान्य परिघटना घटित हुई।  यह “ब्लू मून” और “सुपर मून” दोनों था और इसलिए, इसे “सुपर ब्लू मून” (Super Blue Moon) कहा गया जो कि खगोलीय घटनाओं का एक दुर्लभ ट्राइफेक्टा था।

चंद्रमा की अण्डाकार कक्षा में पृथ्वी के निकटतम बिंदु को पेरिजी (Perigee) कहा जाता है, और जो बिंदु सबसे दूर है उसे अपोजी (apogee) कहा जाता है।

सुपरमून (super moon) तब होता है जब चंद्रमा अपनी पेरिजी से गुजर रहा होता है या उसके करीब होता है यानी उसकी कक्षा पृथ्वी से सबसे नजदीक होती है, और यह पूर्णिमा भी होती है। (यह अमावस्या के साथ भी होता है, बस वह दिखाई नहीं देता है।)

ब्लू मून एक ऐसी परिघटना है जो दो चीजों में से एक का प्रतिनिधित्व कर सकती है: या तो एक सीज़न में चार पूर्णिमा में से तीसरी पूर्णिमा (full moon); या, आमतौर पर, एक कैलेंडर माह में पड़ने वाली दो पूर्णिमाओं में से दूसरी पूर्णिमा।

ब्लू मून की सबसे आम परिभाषा, और नासा द्वारा समर्थित – उस स्थिति का वर्णन करती है जब एक ही महीने में पूर्णिमा दो बार देखी जाती है

नासा के अनुसार, पेरिजी (सुपर मून) पर पूर्णिमा का चंद्रमा अपोजी (जिसे “माइक्रो मून” कहा जाता है) की तुलना में लगभग 14% बड़ा और 30% अधिक प्रकाशमय होता है।

error: Content is protected !!