सबाल्टर्न स्टडीज (Subaltern Studies)
इतिहासकार रंजीत गुहा का निधन 28 अप्रैल को ऑस्ट्रिया के विएना वुड्स में उनके घर में हुआ, जहां वे 1988 में ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी से सेवानिवृत्ति के बाद बस गए थे।
प्रमुख बिंदु
गुहा का जन्म 23 मई, 1923 को बांग्लादेश में बरिशाल के बेकरगंज उपजिला के सिद्धकाटी गांव में हुआ था।
गुहा का महत्वपूर्ण योगदान केवल इतिहासलेखन में एक व्यक्तिगत योगदान नहीं था, बल्कि ऐतिहासिक अध्ययन का एक मौलिक कार्यक्रम था जिसे उन्होंने सबाल्टर्न स्टडीज (Subaltern Studies) की संज्ञा दी थी।
सबाल्टर्न स्टडीज भारतीय उपमहाद्वीप में सीमांत किसानों/आम लोगों के इतिहास और उनकी दबी हुई आवाज को मुख्यधारा में लाने का आंदोलन है। दरअसल, इतिहास की यह शाखा “नीचे से इतिहास” (history from below) को देखने में विश्वास करती है।
गुहा की “एलीमेंट्री एस्पेक्ट्स ऑफ पीजेंट इंसर्जेंसी इन कोलोनियल इंडिया (1983)” को व्यापक रूप से इस अध्ययन का एक उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।
लैटिन अमेरिका का सबाल्टर्न स्टडीज, जिसमें गुहा के कार्य से प्रेरित वाल्टर मिग्नोलो जैसे विद्वान शामिल थे, 1992 में एक स्वतंत्र स्कूल के रूप में शुरू किया गया था।
दरअसल, गुहा का कार्य इतना प्रभावशाली रहा है कि “सबाल्टर्न” शब्द अब मीडिया और रोजमर्रा की जिंदगी की बातचीत में एक परिचित शब्द बन गया है।
वैसे “सबाल्टर्न” टर्म इतालवी मार्क्सवादी एंटोनियो ग्राम्स्की से उधार लिया गया था।