ओवरनाइट इंडेक्स्ड स्वैप (OIS)
एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओवरनाइट इंडेक्स्ड स्वैप (Overnight Indexed Swap: OIS) दरों की वर्तमान श्रृंखला से संकेत मिलता है कि टर्मिनल रेट 7 फीसदी होने के साथ पॉलिसी रेपो दर में एक-दो और बढ़ोतरी हो सकती है।
ओवरनाइट इंडेक्स्ड स्वैप, जो मौद्रिक नीति के पूर्वानुमान की एक माप है , ब्याज दर आधारित कॉन्ट्रैक्ट है जिसमें दो संस्थाएं कॉन्ट्रैक्ट की अवधि के दौरान एक काल्पनिक मूल राशि पर गणना की गई फ्लोटिंग ब्याज दर भुगतान के लिए एक फिक्स्ड ब्याज दर भुगतान (OIS rate) की अदला-बदली/विनिमय करने के लिए सहमत होती हैं।
फ्लोटिंग दर आमतौर पर ओवरनाइट (असुरक्षित) इंटरबैंक दर होती है।
भारतीय OIS कॉन्ट्रैक्ट के लिए रेफेरेंस रेट मुंबई इंटरबैंक ऑफर रेट/MIBOR दर है।
OIS ब्याज दर जोखिमों से बचाव में मदद करता है। इसके अतिरिक्त लाभों में क्रेडिट जोखिम में कमी, कॉरपोरेट्स के लिए सिंथेटिक ओवरनाइट-इंडेक्स-लिंक्ड देनदारी का निर्माण आदि शामिल हैं।
यह वित्तीय संस्थानों को अपनी पसंद के ब्याज दर चुनने, अपने ऋण पोर्टफोलियो की विभिन्न विशेषताओं का प्रबंधन करने की सुविधा देता है।