डॉल्फिन नोज पहाड़ी और डॉल्फिन्स नोज व्यूप्वाइंट
हाल ही में राज्यसभा सदस्य जी.वी.एल. नरसिम्हा राव के एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि आंध्र प्रदेश में लगभग 294.89 किलोमीटर या 28.7% समुद्र तट अलग-अलग स्तरों के कटाव के सामना कर रहे है।
केंद्रीय मंत्री नेशनल सेंटर फॉर कोस्टल रिसर्च (NCCR) के निष्कर्षों और सर्वेक्षणों का जिक्र कर रहे थे और उन्होंने कहा कि विशाखापत्तनम में लगभग 28.81 किलोमीटर की तटरेखा कटाव की चपेट में है। विशाखापत्तनम में समुद्र तटों का क्षरण कोई नई बात नहीं है। विशाखापत्तनम बंदरगाह के निर्माण चरण के दौरान, विशाखापत्तनम बंदरगाह के मुहाने पर तलछट (sedimentation) की प्रक्रिया को रोकने के लिए एक ब्रेकवाटर बनाने के क्रम में डॉल्फिन नोज (Dolphin’s Nose) के पास दो जहाजों के डूबने के बाद से 1930 से यह प्रक्रिया जारी है।
विशाखापत्तनम में यारदा और गंगावरम बंदरगाह के बीच स्थित, डॉल्फिन नोज एक वयस्क डॉल्फ़िन की नाक के आकार जैसी एक विशाल पहाड़ी है।
बता दें की तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर (Coonoor) में भी डॉल्फिन्स नोज व्यूप्वाइंट (Dolphin’s Nose Viewpoint) पर्यटन स्थल स्थित है। कुन्नूर से 10 किमी दूर, समुद्र तल से 1,550 मीटर (5075 फीट) की ऊंचाई पर डॉल्फिन्स नोज है और पर्यटकों के लिए एक शानदार जगह है।