माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप (MMP)
ब्रिटेन की भारतीय मूल की गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन की हालिया टिप्पणी के बाद भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (FTA) अधर में लटक गया है। ब्रेवरमैन ने एक साक्षात्कार में भारत से वीजा ओवरस्टेयर के बारे में अपनी चिंताओं को व्यक्त की थे। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत के साथ खुली सीमा की नीति को लेकर चिंताएं हैं क्योंकि लोगों ने जब ब्रेग्ज़िट को चुना था, तब इसलिए वोट नहीं किया था।
माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप (MMP), मई 2021 में भारतीय मूल के पूर्व ब्रिटिश गृह सचिव प्रीति पटेल और विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा सहमति व्यक्त की गई थी।
MMP सौदे को भारत और यूके की दो सरकारों के बीच एक ऐतिहासिक समझौते के रूप में बताया गया था। इस समझौते से दोनों देशों के हजारों युवाओं को एक-दूसरे की संस्कृतियों में रहने, काम करने और अनुभव करने के लिए नए अवसर प्रदान करने का अनुमान लगाया गया था।