क्या है घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (HCES)?
केंद्र सरकार ने जुलाई 2022 में पंचवर्षीय घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (Household Consumption Expenditure Survey: HCES) आयोजित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बार सर्वेक्षण के प्रश्नावली में सरकार के कल्याण कार्यक्रमों के तहत मुफ्त में प्राप्त वस्तुओं पर डेटा प्राप्त करने कॉलम भी जोड़ा गया है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन के स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने लोकसभा को बताया कि फील्ड वर्क, जिसमें पहली बार चयनित परिवारों में खर्च के पैटर्न का आकलन करने के लिए एक वर्ष में तीन दौरे शामिल होंगे, जल्द ही शुरू होगा।
HCES राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office: NSO) द्वारा हर पांच साल में आयोजित किया जाता है।
HCES का उपयोग गरीबी के स्तर के अनुमानों के साथ-साथ सकल घरेलू उत्पाद (GDP) जैसे प्रमुख आर्थिक संकेतकों की समीक्षा करने के लिए किया जाता है।
सर्वेक्षण के परिणामों का उपयोग उपभोग बास्केट को अद्यतन करने और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार में संशोधन के लिए भी किया जाता है।
यह सर्वेक्षण पिछली बार 2017-18 में आयोजित किया गया था, लेकिन डेटा गुणवत्ता चिंताओं का हवाला देते हुए इसके निष्कर्ष प्रकाशित नहीं किए गए थे, इसलिए उपभोक्ता खर्च पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध अंतिम आधिकारिक अनुमान 2011-12 के हैं।