क्या है गोथेनबर्ग प्रोटोकॉल?

UNECE (यूरोप के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग) कन्वेंशन ऑन लॉन्ग-रेंज ट्रांसबाउंडरी एयर पॉल्यूशन (LRTAP) पर गोथेनबर्ग प्रोटोकॉल (Gothenburg Protocol) को 30 नवंबर 1999 को अपनाया गया था।

यह प्रोटोकॉल 17 मई 2005 को लागू हुआ।

1999 के इस प्रोटोकॉल का उद्देश्य है ऐसे सल्फर, नाइट्रोजन ऑक्साइड, अमोनिया और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (volatile organic compounds) के उत्सर्जन को नियंत्रित और कम करना जो अम्लीकरण, यूट्रोफिकेशन या जमीनी स्तर ओजोन के माध्यम से मानवजनित गतिविधियों के कारण उत्पन्न होते हैं और मानव स्वास्थ्य, प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र, सामग्री और फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पैदा डालते हैं।

इसे 2012 में पार्टिकुलेट मैटर (PM) और ब्लैक कार्बन (PM के एक घटक के रूप में) को शामिल करने और 2020 के लिए नई प्रतिबद्धताओं को शामिल करने के लिए अपडेट किया गया था।

संशोधित गोथेनबर्ग प्रोटोकॉल 7 अक्टूबर 2019 को लागू हुआ। वर्तमान में 26 पार्टियों ने संशोधित गोथेनबर्ग को स्वीकार कर लिया है।

One thought on “क्या है गोथेनबर्ग प्रोटोकॉल?

  • May 23, 2023 at 8:35 am
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    Hmra form smol endstik ka machin ka treding pichle 15 sal se krti h hmra form me envhestr ki jarurt h aap enbhest kr skte aacha ritrnig mile ga

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