औषधीय कवक (Medicinal fungi)
गणितीय विज्ञान संस्थान, चेन्नई (IMSc) के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए औषधीय कवक (Medicinal fungi) के एक विश्लेषणात्मक अध्ययन से पता चलता है कि उनके द्वारा स्रावित कुछ रसायनों का उपयोग नई दवाओं के रूप में किया जा सकता है।
उन्होंने एक डेटाबेस, MeFSAT (मेडिसिनल फंगी सेकेंडरी मेटाबोलाइट्स एंड थेरेप्यूटिक्स) का इस्तेमाल किया, जो मशरूम सहित 184 औषधीय कवक पर जानकारी संकलित करता है।
शोधकर्ताओं ने मेडिसिनल फंगस के 1,830 द्वितीयक चयापचयों (Secondary metabolites) की संरचना का विश्लेषण किया।
द्वितीयक मेटाबोलाइट्स रासायनिक यौगिक होते हैं जो फंगस के तनावग्रस्त होने पर उत्पन्न होते हैं। वे फंगस की जीवित रहने की क्षमता को बढ़ाते हैं।
कॉर्डिसेपिन (Cordycepin), फंगस की Cordyceps प्रजाति द्वारा निर्मित एक द्वितीयक मेटाबोलाइट है जो ट्यूमर-विरोधी गुणों के लिए जाना जाता है।
मेडिसिनल फंगस दो टैक्सोनोमिक डिवीजनों से संबंधित है; बेसिडिओमाइकोटा (basidiomycota) और एस्कोमाइकोटा (ascomycota)।
मशरूम (Mushrooms), बेसिडिओमाइकोटा डिवीजन से संबंधित हैं।
एगारिकस बिस्पोरस (Agaricus bisporus), बटन मशरूम का उदाहरण है, जिसका सेवन किया जा सकता है।
एस्कोमाइकोटा डिवीजन से संबंधित फंगस आमतौर पर मशरूम नहीं होते हैं।