चन्नापटना खिलौने
बेंगलुरु के पास चन्नापटना में बने खिलौने (Channapatna toys) अब अफगानिस्तान में बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों का हिस्सा बन गए हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने कुछ समय पहले मैत्रीपूर्ण भाव के तौर पर कुछ खिलौने अफगानिस्तान भेजे थे।
कर्नाटक के इस पारंपरिक खिलौने को भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्राप्त है। लकड़ी के बने ये प्रसिद्ध खिलौने रामनगर जिले के चन्नापटना शहर और उसके आसपास के कारीगरों द्वारा बनाए जाते हैं, जो बेंगलुरु से लगभग 60 किमी दूर है।
चन्नापटना में 250 से अधिक कुटीर इकाइयाँ और लगभग 50 कारखाने हैं जो खिलौने बनाते हैं।
ड्रग्स एवं अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC)-अफगानिस्तान द्वारा साझा की गई एक पोस्ट के अनुसार, उस देश में सैकड़ों बच्चे नशीली दवाओं के दुर्व्यवहार से प्रभावित हुए हैं।
कुछ समय पहले अफगानिस्तान में बच्चों के लिए हाथी दांत और लकड़ी से बने 500 से अधिक खिलौने भेजे गए थे। 12 वर्ष तक की आयु के बच्चों के लिए शैक्षिक और मनोरंजक खिलौने विशेष रूप से स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए थे।