स्वच्छ सागर सुरक्षित सागर अभियान का मुंबई के जुहू तट पर समापन

अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छ्ता दिवस (International Coastal Clean-up Day) के अवसर पर सबसे बड़े तटीय सफाई अभियान की 17 सितंबर को महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने मुंबई के जुहू बीच पर झंडी दिखाकर शुरूआत की।

विभिन्न कॉलेजों और स्कूलों के 2000 से अधिक बच्चों के साथ भारतीय तट रक्षक बल (ICG) कर्मियों ने मुंबई के विभिन्न स्थानों जैसे जुहू, गिरगांव, वरसोवा, उत्तान, मड मारवे, कोलाबा, बांद्रा और वर्ली में समुद्र तटों की सफाई की। ICG 2006 से इस अभियान का नेतृत्व कर रहा है।

75 दिन पहले शुरू इस अभियान में तटीय सफाई अभियान में जागरूकता और जनभागीदारी बढ़ाने के लिए कई तरह के कार्य किए गए।

इस वर्ष, अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छ्ता दिवस को प्रधानमंत्री की सामूहिक स्वच्छता और सफाई अभियान ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की अपील और स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के उत्सव के कारण सकारात्मक गति मिली है।

इसका उद्देश्‍य स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्लास्टिक मुक्त महासागर पर विशेष जोर देने के साथ 75 मिनट के लिए 75 समुद्र तटों पर 7,500 किलोमीटर की भारतीय तट रेखा के साथ-साथ स्वच्छता अभियान चलाना है।

अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छता (ICC) दिवस

दक्षिण एशियाई क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम (SACEP) के तत्वावधान में हर साल सितम्‍बर के तीसरे सप्ताह में दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छता (ICC) दिवस आयोजित किया जाता है।

भारतीय तटरक्षक बल 2006 से भारत में तटीय आबादी और छात्रों के बीच सुरक्षित और स्वच्छ समुद्र तटों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए आईसीसी गतिविधि को संयोजित कर रहा है।

भारतीय तटरक्षक बल के अलावा, अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छ्ता दिवस-22 का नेतृत्व पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस), पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और केन्‍द्र और राज्य सरकार के विभिन्न अन्य विभागों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) द्वारा किया जा रहा है।

 भारत सरकार ने 05 जुलाई, 22 को ‘ईसीओ-मित्रम’ (ECO-Mitram) नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है ताकि इस अभियान को सभी तक पहुंचाया जा सके और अत्यधिक प्रतिक्रिया मिलना इस बात का प्रमाण है कि हमारे जागरूक-नागरिक आईसीसी-22 का हिस्सा बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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