रामेश्वरम में देखा गया अंटार्कटिक का ‘लाइट-मेंटल्ड अल्बाट्रॉस’ पक्षी
अंटार्कटिक के समुद्रों के ऊपर उड़ने वाली पक्षी प्रजाति ‘लाइट-मेंटल्ड अल्बाट्रॉस/Light-mantled Albatross (फोबेट्रिया पैल्पब्रेट/Phoebetria palpebrate)’ को एशिया में पहली रामेश्वरम तट पर देखा गया है। वैसे रामेश्वरम और एडम ब्रिज (राम सेतु) पर स्थित मन्नार की खाड़ी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान अपने अद्वितीय समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए जाने जाते हैं लेकिन लाइट-मेंटल्ड अल्बाट्रॉस का देखा जाना आश्चर्य कम नहीं है।
- अंटार्कटिक की इस पक्षी का एशिया में आना शोधकर्ताओं के लिए नई चुनौतियां पेश करता है। शोधकर्ताओं के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग के कारण हवा के पैटर्न में बदलाव अजीब पक्षियों को इस क्षेत्र की ओर ला रहा है।
- वायुमंडलीय तापमान में वृद्धि के कारण हवा के पैटर्न में बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं।
- अल्बाट्रॉस जैसे पक्षी, जो हमेशा उड़ने के लिए जाने जाते हैं, हवा का उपयोग करते हैं और उड़ानों के दौरान अपनी ऊर्जा बचाते हैं।
- तापमान में मामूली बदलाव से भी हवा के पैटर्न में भारी बदलाव आ सकता है और पक्षी दूर-दराज के ऐसे स्थानों पर उतर सकते हैं जो उनसे परिचित नहीं हैं।
- लाइट-मैन्टेड अल्बाट्रॉस, दक्षिणी महासागर (Southern Ocean) ध्रुव के चारों ओर उड़ते हुए देखा जा सकता है।
- यह कई उप-अंटार्कटिक द्वीपों पर प्रजनन करता है, जैसे मैक्वेरी द्वीप समूह, हर्ड द्वीप और मैकडॉनल्ड द्वीप समूह (ऑस्ट्रेलिया); दक्षिण जॉर्जिया द्वीप (ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र), प्रिंस एडवर्ड आइलैंड्स (दक्षिण अफ्रीका), इल्स केर्गुएलन और इल्स क्रोज़ेट (फ्रांस); और ऑकलैंड, कैंपबेल और एंटीपोड्स आइलैंड्स (न्यूजीलैंड)।
- IUCN की लाल सूची में यह ‘नियर थ्रेटेड’ प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध है।