माधवी पुरी बुच-SEBI की पहली महिला अध्यक्ष नियुक्त
सुश्री माधवी पुरी बुच को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की नई अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
- वह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की पहली महिला अध्यक्ष हैं।
- सुश्री पुरी आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की पूर्व प्रमुख हैं, जिन्होंने सेबी में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में भी काम किया है।
- उन्होंने अजय त्यागी की जगह ली है जिनका कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त हो गया।
कैसे नियुक्त होते हैं सेबी के अध्यक्ष?
- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने सुश्री बुच की नियुक्ति को तीन साल की प्रारंभिक अवधि के लिए मंजूरी दे दी है।
- विनियामक संस्थाओं के प्रमुखों की नियुक्ति की प्रक्रिया के अनुसार, उम्मीदवारों को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली वित्तीय क्षेत्र नियामक नियुक्ति खोज समिति (Financial Sector Regulatory Appointments Search Committee: FSRASC) द्वारा शॉर्टलिस्ट किया जाता है।
- आर्थिक मामलों के सचिव और इस क्षेत्र का ज्ञान रखने वाले तीन बाहरी सदस्यों वाले पैनल द्वारा उनका साक्षात्कार किया जाता है और उनकी सिफारिश प्रधान मंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति के लिए निर्धारित की जाती है।
- सेबी अधिनियम के अनुसार, सेबी अध्यक्ष की नियुक्ति अधिकतम पांच वर्ष या 65 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, के लिए की जाती है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI)
- आरम्भ में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड का गठन 12 अप्रैल, 1988 को भारत सरकार के एक प्रस्ताव के माध्यम से एक गैर-सांविधिक निकाय के रूप में किया गया था।
- बाद में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड की स्थापना वर्ष 1992 में एक वैधानिक निकाय के रूप में की गई और इसके प्रावधान भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, 1992 (1992 का 15) 30 जनवरी, 1992 को लागू हुआ।