महाराष्ट्र में दही हांडी को मिला साहसिक खेल का दर्जा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य विधानसभा में घोषणा की कि दही हांडी (Dahi Handi) को अब एक साहसिक खेल (adventure sport) माना जाएगा।

इस आयोजन को बहुत सारे राजनीतिक समर्थन और नकद पुरस्कार भी मिलते हैं। श्री शिंदे ने दो साल बाद बिना किसी प्रतिबंध के त्योहार मनाने में लोगों की मदद करने के लिए 19 अगस्त को छुट्टी घोषित की थी।

मुख्यमंत्री ने दही हांडी के दौरान मृत्यु के मामले में पिरामिड बनाने वाले युवाओं (जिन्हें गोविंदा कहा जाता है) के लिए ₹10 लाख, गंभीर चोट के मामले में ₹7.5 लाख, और जख्मी होने पर ₹5 लाख के समूह बीमा की घोषणा की।

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी।

दही हांडी जन्माष्टमी के दिन आयोजित होने वाला एक प्रकार का साहसिक उत्सव है जिसमें दही से भरा हवा में लटके मिट्टी के एक बर्तन को तोड़ने के लिए एक मानव पिरामिड बनाया जाता है।

दही हांडी को साहसिक खेल का दर्जा मिलने से इन आयोजनों में भाग लेने वाले युवा प्रतिभागियों (गोविंदों) को खेल कोटा के तहत सरकारी नौकरियों में आवेदन करने की अनुमति देगा।

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