प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) के आठ साल: प्रमुख तथ्य
प्रधानमंत्री जन-धन योजना (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana: PMJDY)- राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन ने अपने कार्यान्वयन के आठ साल पूरे कर लिए।
वित्तीय समावेशन का मतलब है- कमजोर समूहों जैसे निम्न आय वर्ग और गरीब वर्ग, जिनकी सबसे बुनियादी बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच नहीं है, उन्हें समय पर किफायती दर पर उचित वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराना।
PMJDY उपलब्धियां
28 अगस्त 2014 से PMJDY की सफलता 46 करोड़ से ज्यादा बैंक खाते खुलने और उसमें 1.74 लाख करोड़ जमा होने से स्पष्ट पता चलती है।
इसका विस्तार 67 फीसदी ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों तक हो चुका है और 56 फीसदी जनधन खाताधारक महिलाएं हैं।
वर्ष 2018 के बाद PMJDY के स्वरुप में बदलाव किया गया। इन खातों के जरिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (Direct Benefit Transfe: DBT) प्रवाह को बढ़ाकर इनके इस्तेमाल पर अतिरिक्त जोर देने के साथ ही, रुपे कार्ड आदि के माध्यम से डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देकर ‘हर घर’ से अब ‘हर वयस्क’ पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) की घोषणा की थी और 28 अगस्त 2014 को इस योजना की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना के उद्देश्य हैं: सस्ती कीमत पर वित्तीय उत्पादों और सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना और लागत कम करने और पहुंच बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग।
असुरक्षित को सुरक्षित बनाना: 2 लाख रुपये के मुफ्त दुर्घटना बीमा कवरेज के साथ नकद निकासी और मर्चेंट लोकेशन (दुकानों आदि) पर भुगतान के लिए स्वदेशी डेबिट कार्ड जारी करना। 15 अगस्त 2014 से 31 जनवरी 2015 के बीच खोले गए खातों पर 1,00,000 रुपये तक का दुर्घटना बीमा और 30,000 रुपये का जीवन बीमा।
ओवरड्राफ्ट सुविधा: प्रत्येक पात्र वयस्क को 10,000/- रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा के साथ बुनियादी बचत बैंक खाता। ओवरड्राफ्ट के लिए अधिकतम आयु सीमा को 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष किया गया।
जन-धन दर्शक ऐप: देश में बैंक शाखाओं, एटीएम, बैंक मित्रों, डाकघरों आदि जैसे बैंकिंग टच प्वाइंट्स का पता लगाने को एक नागरिक केंद्रित प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का शुभारंभ किया गया।