पाथाखेड़ा क्षेत्र

कोयला मंत्रालय ने वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के पाथाखेड़ा क्षेत्र (Pathakhera Area) के लिए अंतिम खदान बंद करने का प्रमाण पत्र जारी करने के साथ संधारणीय खनन पद्धतियों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा की है।

यह कोयला खनन क्षेत्र के भीतर पर्यावरण पुनर्वास प्रयासों में एक बड़ा कदम है। यह एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि भारतीय कोयला खनन इतिहास में पहली बार कोयला खदानों को ऐसे प्रमाण पत्र दिए गए हैं।

यह प्रमाण पत्र इस आशय से दिया जाता है कि अनुमोदित खनन योजना के अनुसार अंतिम खदान बंद करने के प्रावधानों के अनुसार सुरक्षात्मक, सुधार और पुनर्वास कार्य खदान मालिक द्वारा किए गए हैं।

कोयला नियंत्रक संगठन यह प्रमाण पत्र जारी कियाहै। पाथाखेड़ा खदान मूल रूप से मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एनसीडीसी के स्वामित्व में जनवरी 1970 में खोली गई थी।

कोयला भंडार समाप्त होने के कारण इस खदान को बंद कर दिया गया है।

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