जैव विविधता संरक्षण के क्षेत्र में भारत और नेपाल के बीच समझौता ज्ञापन
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नेपाल सरकार के साथ जैव विविधता संरक्षण पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये जाने से सम्बन्धित पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच गलियारों और आपस में जुड़े क्षेत्रों को फिर से शुरू करना तथा ज्ञान एवं सर्वोत्तम तौर-तरीकों को साझा करने सहित वन, वन्यजीव, पर्यावरण, जैव विविधता संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सहयोग व समन्वय को बढ़ाना एवं मजबूत करना है।
यह समझौता ज्ञापन दोनों पक्षों के बीच गलियारों और आपस में जुड़े क्षेत्रों को फिर से शुरू करने तथा ज्ञान और सर्वोत्तम तौर-तरीकों को साझा करने सहित वन, वन्यजीव, पर्यावरण, जैव विविधता संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
भारत-नेपाल सीमापार लैंडस्केप
लगभग 800 किमी. लंबे भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में समृद्ध और अद्वितीय वन्यजीव पर्यावास (wildlife habitats) पाए जाते हैं। इस लैंडस्केप में स्थित बिहार का वाल्मीकि टाइगर रिजर्व नेपाल के चितवन राष्ट्रीय उद्यान और परसा वन्यजीव अभ्यारण्य के साथ अपनी सीमा साझा करता है।
इसी तरह, उत्तर प्रदेश का दुधवा टाइगर रिजर्व नेपाल में शुक्लफांटा राष्ट्रीय उद्यान (Shuklaphanta National Park) के साथ सीमा साझा करता है।
तराई आर्क लैंडस्केप (Terai Arc Landscape: TAL) पश्चिम में यमुना नदी और पूर्व में बागमती नदी के बीच 800 किमी के लंबे क्षेत्र को शामिल करता है। इस लैंडस्केप में भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व और संरक्षित क्षेत्रों जैसे कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, राजाजी नेशनल पार्क, दुधवा टाइगर रिजर्व, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व और नेपाल के बर्दिया वन्यजीव अभयारण्य, चितवन राष्ट्रीय उद्यान और सुखला फांटा वन्यजीव अभयारण्य स्थित हैं।
सीमापार पवित्र हिमालयन लैंडस्केप (trans-boundary Sacred Himalayan Landscape) नेपाल के लांगटांग नेशनल पार्क से भारत होते हुए और भूटान के जिग्मे खेसर स्ट्रिक्ट नेचर रिजर्व तक फैला हुआ है। इसमें लांगटांग राष्ट्रीय उद्यान, सागरमाथा राष्ट्रीय उद्यान, मकालू बरुन राष्ट्रीय उद्यान, कंचनजंगा संरक्षण क्षेत्र और तिंजूर-मिल्के-जलजाले परिसर (नेपाल) ; कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान और नेओरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान (भारत); फैम्बोंग ल्हो वन्यजीव अभयारण्य, मेनम वन्यजीव अभयारण्य आदि (भूटान) शामिल हैं।