जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने खींची ‘आइंस्टीन रिंग’ की तस्वीर
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने लगभग पूर्ण “आइंस्टीन रिंग” (Einstein ring) की एक इमेज कैप्चर किया है। इस रिंग में प्रकाश का स्रोत एक सुदूर स्थित आकाशगंगा SPT-S J041839-4751.8 (या संक्षेप में JO418) का है, जो पृथ्वी से लगभग 12 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर है, जो इसे ब्रह्मांड की सबसे पुरानी आकाशगंगाओं में से एक है।
आइंस्टीन रिंग (आइंस्टीन वलय) वास्तव में रिंग के आकार में दिखाई देने वाला प्रकाश होता है।
दरअसल जब किसी आकाशगंगा, तारे या प्रकाश उत्सर्जक अन्य पिंड से प्रकाश पृथ्वी पर पहुंचने से पहले या इस मामले में, जेम्स वेब टेलीस्कोप के सामने आने से पहले ब्रह्मांड के अन्य किसी विशाल वस्तु के पास से गुजरता है तब गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग (gravitational lensing) के कारण प्रकाश का विचलन हो जाता है।
यदि प्रकाश स्रोत, गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग और इसे ऑब्जर्व करने तत्व, सही रेखा में हो तो यह प्रकाश एक वलय या रिंग के रूप में दीखता है।
जैसे ही दूर की आकाशगंगाओं द्वारा उत्सर्जित प्रकाश ब्रह्मांड में अन्य विशाल वस्तुओं से होकर गुजरता है, तब इन वस्तुओं से गुरुत्वाकर्षण खिंचाव प्रकाश को विकृत या मोड़ सकता है। इसे ही गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग (gravitational lensing) कहा जाता है।