चावल फोर्टिफिकेशन: मार्च 2023 तक 291 आकांक्षी जिलों और भारी मांग वाले जिलों को कवर किया जाएगा
चावल फोर्टिफिकेशन (Rice fortification) कार्यक्रम के तहत सरकार मार्च 2023 तक 291 आकांक्षी (एस्पिरेशनल) और भारी मांग वाले जिलों को कवर करने की योजना बना रही है। खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव श्री सुधांशु पाण्डेय ने कहा कि ‘सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के माध्यम से अप्रैल 2022 में शुरू हुए फोर्टिफाइड चावल के वितरण’ के दूसरे चरण के तहत 90 लाख मीट्रिक टन फोर्टिफाइड चावल का उत्पादन पहले ही किया जा चुका है।
इस कार्यक्रम के दूसरा चरण में मार्च, 2023 तक सभी आकांक्षी और भारी मांग वाले कुल 291 जिलों को कवर किया जाएगा। इसमें चरण- I प्लस टीपीडीएस (लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली) और ओडब्ल्यूएस (अन्य कल्याणकारी योजनाएं) भी शामिल हैं।
चरण- I के तहत मार्च, 2022 तक पूरे भारत में ICDS (एकीकृत बाल विकास सेवाएं) व प्रधानमंत्री पोषण को कवर किया गया और लगभग 17 लाख मीट्रिक टन फोर्टिफाइड चावल वितरित किए गए। FCI और राज्य एजेंसियां फोर्टीफाइड चावल की खरीदारी कर रही हैं।
फूड फोर्टिफिकेशन कई सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए एक लागत प्रभावी पूरक रणनीति है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सामुदायिक चिकित्सा केंद्र (सीसीएम) के सहायक प्रोफेसर डॉ. कपिल यादव ने रेखांकित किया कि केवल 0.01 फीसदी जनसंख्या, विशेष रूप से थैलेसीमिया मेजर से पीड़ित लोगों को फोर्टिफाइड चावल के सेवन से स्वास्थ्य जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि फोर्टिफाइड चावल क्रेटिनिज्म, गोइटर, आईआईएच (थायरोटॉक्सिकोसिस), मस्तिष्क क्षति को रोकने, भ्रूण व नवजात स्वास्थ्य और जनसंख्या की उत्पादन क्षमता के सुधार में सहायता करता है। इन बातों को देखते हुए चावल-फोर्टिफिकेशन योजना के लाभ इसमें शामिल जोखिमों से कहीं अधिक हैं।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (TPDS), एकीकृत बाल विकास सेवाएं (ICDS), प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण- पीएम पोषण [पहले मध्याह्न भोजन योजना (MDM)] और सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में भारत सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं (OWS) के माध्यम से 2024 तक चरणबद्ध तरीके से फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति के लिए अपनी मंजूरी दी है।
विभिन्न प्रौद्योगिकियां
- नियमित चावल में सूक्ष्म पोषक तत्व जोड़ने के लिए विभिन्न प्रौद्योगिकियां उपलब्ध हैं, जैसे कि कोटिंग, डस्टिंग और ‘एक्सट्रूज़न’ (extrusion technology)।
- Extrusion technology में एक ‘एक्सट्रूडर’ मशीन का उपयोग करके मिश्रण से फोर्टिफाइड चावल की कर्नेल (fortified rice kernels: FRK) का उत्पादन शामिल है। इसे भारत के लिए सबसे अच्छी तकनीक माना जाता है। फोर्टिफाइड चावल के उत्पादन के लिए फोर्टिफाइड चावल की कर्नेल को आम चावल के साथ मिश्रित किया जाता है।
- सूखे चावल के आटे को सूक्ष्म पोषक तत्वों के मिश्रण के साथ मिलाया जाता है और इस मिश्रण में पानी मिलाया जाता है। मिश्रण को हीटिंग ज़ोन के साथ एक ट्विन-स्क्रू एक्सट्रूडर के माध्यम से पारित किया जाता है, जो चावल के आकार के समान कर्नेल का उत्पादन करता है। इन कर्नेल को सुखाया जाता है, ठंडा किया जाता है और उपयोग के लिए पैक किया जाता है।
- FRK की शेल्फ लाइफ कम से कम 12 महीने है।
फोर्टिफाइड चावल दिशा-निर्देश
- उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, फोर्टिफाइड चावल के दाने का आकार “जितना संभव हो सके सामान्य चावल जैसा होना चाहिए”।
- दिशानिर्देशों के अनुसार अनाज की लंबाई और चौड़ाई क्रमशः 5 मिमी और 2.2 मिमी होनी चाहिए। कुपोषण से निपटने के लिए भोजन का फोर्टिफिकेशन सबसे उपयुक्त तरीकों में से एक माना जाता है।
- चावल भारत के प्रमुख खाद्य पदार्थों में से एक है, जिसका सेवन लगभग दो-तिहाई आबादी करती है। भारत में प्रति व्यक्ति चावल की खपत 6.8 किलोग्राम प्रति माह है। इसलिए, सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ चावल को फोर्टिफाई करना गरीबों के आहार को पूरक करने का एक विकल्प है।
- मंत्रालय के दिशानिर्देशों के तहत, FRK के 10 ग्राम को 1 किलो नियमित चावल के साथ मिश्रित किया जाना चाहिए।
- FSSAI के मानदंडों के अनुसार, 1 किलो फोर्टिफाइड चावल में निम्नलिखित शामिल होंगे: आयरन (28 mg-42.5 mg), फोलिक एसिड (75-125 माइक्रोग्राम), और विटामिन B-12 (0.75-1.25 माइक्रोग्राम)। चावल को जिंक (10 मिलीग्राम -15 मिलीग्राम), विटामिन ए (500-750 माइक्रोग्राम आरई), विटामिन बी -1 (1 मिलीग्राम-1.5 मिलीग्राम), विटामिन बी -2 (1.25 मिलीग्राम-1.75 मिलीग्राम), विटामिन बी-3 (12.5 मिलीग्राम-20 मिलीग्राम) और विटामिन बी-6 (1.5 मिलीग्राम-2.5 मिलीग्राम) प्रति किलो के साथ भी फोर्टिफाई किया जा सकता है।